जश्न-ए-जैविक का आयोजन जीवित माटी किसान समिति केड़िया द्वारा सम्पादित

जमुई
जनादेश न्यूज़ जमुई
बरहट (संजय कुमार/धीरज कुमार सिंह) : सूबे का पहला जैविक गाँव केड़िया 2018 में चयनित हुआ है और 23अक्टूबर को उसी केडिया गाँव में जहाँ 5 एकड़ जमीन पर जैविक खेती की शुरुआत 2014 से हुई थी।वहीं सूबे के कृषि मंत्री डा0 प्रेम कुमार ने जश्न-ए-जैविक खेती का उद्घाटन किया।इस उद्धाटन समारोह में भाजपा के जिला अध्यक्ष भास्कर सिंह, जमुई के पूर्व विधायक अजय प्रताप सिंह,भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सह पूर्व जिला पार्षद विकास प्रसाद सिंह,केड़िया के किसान राज कुमार यादव व आनंदी यादव ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का उद्धाटन किया गया है।वहीं इस कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा जिला कार्यसमिति सदस्य सह पूर्व बरहट प्रखंड अध्यक्ष संजय सौरभ ने किया।
बिहार सरकार के कृषि मंत्री डा0 प्रेम कुमार ने अपने संबोधन में कहा है कि बिहार राज्य जैविक खेती करने के लिए किसानों को हर सम्भव मदद करने के लिए तैयार है।जरूरत है बिहार के किसानों को मानव स्वास्थ्य के लिए,मिट्टी की स्वास्थ्य के लिए जैविक विधि से खेती करने की।क्योंकि कालान्तर में रसायनिक खादों के प्रयोग से जमीन की उर्वरा शक्ति दिन प्रतिदिन खत्म होती जा रही है ।
इसलिए बिहार सरकार ने तीसरा रोड मैप तैयार किया है जिसमें राज्य सरकार के द्वारा जैविक खेती को बढावा देने के लिए किसानों को हर सम्भव मदद का वादा किया है।बक्सर से लेकर आरा होते हुए भागलपुर तक दर्जनों जिलों में गंगा के किनारे दोनों तरफ राज्य के किसानों को जैविक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए किसानों को सबसिडी देने की घोषणा की है।
जनादेश न्यूज के जिला संवाददाता के पुछे गये सवालों का जवाब देते हुए माननीय कृषि मंत्री डा0 प्रेम कुमार ने बताया कि केड़िया के किसानों की मुख्य समस्या सिंचाई की थी।मैंने यहाँ के किसानों को 16 सिंचाई कूप निर्माण के लिए 52 लाख रुपये का राशि मुहैया कराया है जिसमें से 13 सिंचाई कूप का निर्माण हो चुका है एवं तीन कुआँ का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
उन्होंने ने कहा है कि मेरा प्रयास होगा कि आगे भी केड़िया के किसानों को और जैविक खेती करने के लिए सिंचाई हेतु कुआँ का आवश्यकता होगी तो मैं उसे पूरा करूँगा।मैं राज्य के किसानों को समृद्ध बनाने,स्वस्थ्य मानव जीवन को तैयार करने हेतु जैविक विधि से खेती करने की सीख, यहाँ के किसानों से लेनी चाहिए।
इस जश्न-ए-जैविक खेती कार्यक्रम को वेंकटेश नारायण सिंह कृषि विभाग बिहार सरकार पटना,अशोक प्रसाद निदेशक बसोका पटना,संजय कुमार जिला कृषि पदाधिकारी जमुई,डा0 सुधीर कुमार सिंह वरीय वैज्ञानिक एवं प्रमुख ने भी केड़िया के किसानों जैविक विधि से खेती करने की विशेष जानकारियां दी।वहीं ग्रीनपीस के अभियान कर्ता इम्तियाज भाई ने बताया कि सन 2014 से 5 एकड़ जमीन पर जैविक खेती की शुरुआत करते हुए केड़िया के किसानों ने आज 45 एकड़ जमीन पर जैविक विधि से खेती कर रही है।शुरूआती दौर में केड़िया के किसानों जैविक विधि से खेती करने के लिए बर्मिग पैड,वायो गैस प्लान्ट,पशु सेड एवं गौ मूत्र टंकी उपलब्ध कराया गया था।वहीं 2016 में केड़िया के किसानों जैविक विधि से खेती को बढावा देने के लिए सोलर से चलने वाला कोल्ड स्टोरेज लगभग 15लाख रूपये खर्च कर ग्रीनपीस संस्थानों के द्वारा उपलब्ध कराया गया था।वहीं बेहतर सिंचाई हेतु 5 नये तालाबों का निर्माण भूमि जल संरक्षण विभाग के द्वारा कराया गया था और वहीं जीवा अमृत जैसे दवाओं का निर्माण कार्य हेतु 55 हजार रुपये की लागत से बड़ा केड़िया के किसानों को उपलब्ध कराया गया है।
वहीं आज के जश्न-ए-जैविक खेती के कार्यक्रम में केड़िया के किसानों राज कुमार यादव,आनंदी यादव,मनोज तांती,अनक्ष यादव,किशोर यादव, टुनटुन यादव एवं अन्य ने सुबे के आदरणीय कृषि मंत्री डा0 प्रेम कुमार से मुख्य तीन मांगें रखी।केड़िया के किसानों के हर घर में एक जोडा गाय की व्यवस्था की जाय।बेहतर सिंचाई के लिए सिंचाई ट्रिप,स्पृकिलर के दामों में 12% जीएसटी मुक्त कराया जाय और सरकारी योजनान्तर्गत केड़िया के किसानों को खलिहान बनाने की पहल की जाय।
इस जश्न-ए-जैविक खेती के कार्यक्रम में लोक मंच पटना के द्वारा जब जागे तब सबेरा जैसे नाटक से सभी आगंतुकों को जैविक खेती करने से लाभ और हानि कैसे होती है अपनी प्रस्तुति के द्वारा अवगत कराया।
इस कार्यक्रम में आत्मा मुंगेर के पदाधिकारी एवं कर्मी, भाजपा के जिला मीडिया प्रभारी ब्रजेश कुमार सिंह “राजपूत “,टुनटुन यादव,चुन्नी यादव,इन्द्रदेव यादव,दिलीप तांती एवं सैकडों किसानों के साथ ही साथ ग्रामीण क्षेत्र के लोग उपस्थित थे।