राजस्थान की पुलिस ने वारिसलीगज के मसूदा गांव में छापा मारकर आठ साइबर ठग को किया गिरफ्तार

नवादा
जनादेश न्यूज़ नेटवर्क
 नवादा : वारसलीगंज थाना क्षेत्र के मसूदा गांव के ठगो से परेशान राजस्थान के एक अधेड़ बाइक मिस्त्री कृष्ण कुमार सिसोदिया ने वीडियो कॉल कर ठगी की राशि वापस करने की गुहार लगाते हुए कुछ माह पहले फांसी के फंदे पर झूल कर अपनी जान दे दी थी। मामले में मंगलवार की शाम में स्थानीय पुलिस की मदद से राजस्थान के जयपुर से आई पुलिस टीम के द्वारा आठ ठगों को प्रयुक्त मोबाइल के साथ गिरफ्तार करने में सफल रही।
राजस्थान के जयपुर से आए पुलिस अधिकारी एएसआई कश्मीर सिंह, अनिल सिंह, अजय कुमार और टेकचंद ने बताया कि कुछ माह पहले जयपुर जिला के बाबरू निवासी मृतक के भाई जयराम सिसोदिया द्वारा ठगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। कांड संख्या 314/ 22 दर्ज होते ही साइबर सेल द्वारा दिए गए मोबाइल नंबर आदि साक्ष्य के आधार पर जांच शुरू की गई। जिसमें इन ठगों का लोकेशन सामने आया। प्रयुक्त मोबाइल लोकेशन के आधार पर इन ठगों को पकड़ने के लिए तीन दिन से बारिसलीगंज में राजस्थान पुलिस की टीम लगी हुई थी। बताया कि हत्या के आरोपी को पकड़ने के लिए नवादा पुलिस कप्तान गौरव मामला और थाना अध्यक्ष आशीष कुमार मिश्रा का महत्वपूर्ण योगदान प्राप्त हुआ। गिरफ्तार सभी आठ आरोपियों में मसूदा निवासी शिव कांतशर्मा का पुत्र सौरव कुमार और संजय मालाकार का पुत्र पंकज कुमार जो मृतक के साथ ठगी में संलिप्त है को गिरफ्तार करने के साथ-साथ मृतक के द्वारा फांसी के फंदे पर झूलने से पहले लिखे गए सुसाइड नोट में चार मोबाइल नंबर को मोबाइल सहित जप्त करने में सफल रही। जबकि गिरफ्तार छह और आरोपी से पूछताछ की जा रही है। गिरफ्तार आरोपियों से एक लाख नगदी सहित ठगी में प्रयुक्त 10 मोबाइल जप्त किया गया है जिसकी जांच की जा रही है। इधर वारसलीगंज तथा वारसलीगंज के बगल के शेखपुरा जिला के शेखोपुर सराय तथा नालंदा जिला के कतरी सराय के क्षेत्र साइबर ढग का सेफ जोन बन चुका है।
बजाज कंपनी का लोन दिलाने का झांसा देकर ठगो ने गरीब बाइक मिस्त्री से की थी ठगी
जयपुर से आई पुलिस अधिकारी ने बताया कि जयपुर में बाइक रिपेयरिंग की दुकान चलाने वाले मृतक कृष्ण कुमार सिसोदिया बजाज कंपनी से लोन लेने के लिए कंपनी के द्वारा दिए गए नंबर पर फोन किया था। फोन कॉल पर बैठा कंपनी का अधिकारी होने के बजाय ठग निकला और मात्र दो दिनों में ही लोन दिला देने का आश्वासन देते हुए दो दिनों में ही कई किस्तों में डेढ़ लाख रुपए की राशि ठग ली। ठगी का शिकार होने की आशंका बाद पीड़ित द्वारा ठगों से फोन पर ही पैसा वापस करने की मिन्नत आरजू करने लगा। तब ठगो द्वारा कहा गया कि लोन निर्गत हो जाएगा। पांच हजार और भेज दें। लोन लेने के गरज से पीड़ित द्वारा मांगी गई राशि भी भेज दिया गया।
अंत में राशि भेजने के बाद भी लोन नहीं होने के बाद पीड़ित के द्वारा ठगों को वीडियो कॉल कर राशि वापस करने की गुहार लगाई। अधिकारी द्वारा बताया गया कि वीडियो कॉल कर राशि वापस नहीं करने पर जान दे देने की बात कही। बावजूद ठग पीड़ित से हंसी मजाक करते रहे और अंततः वीडियो कॉल करते हुए ही पीड़ित बाइक मिस्त्री फांसी के फंदे पर झूलकर जान दे दिया। बताया कि फांसी के फंदे पर झूलने से पहले मृतक द्वारा एक कागज पर मोबाइल का पासवर्ड ,ठगो द्वारा प्रयुक्त चार मोबाइल नंबर जान देने का कारण आदि लिख दिया गया था।