पटना : पिछले दशक 2012 से 2021 के लिए इसरो के नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर एनआरएससी द्वारा तैयार किए गए नाइट टाइम लाइट एटलस एनटीएल एटलस के अनुसार राष्ट्रीय स्तर पर औसतन 45% की वृद्धि हुई है जबकि बिहार राज्य में यह वृद्धि 474% की रही है जो देश के अन्य राज्यों की तुलना में सबसे आगे हैं। उल्लेखनीय बात यह है कि आर एस सी के द्वारा नासा एवं नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेयर एडमिनिस्ट्रेशन के आंकड़ों के आधार पर उपरोक्त सूचकांकों को तैयार किया गया है बिहार की यह असाधारण उपलब्धि निश्चित रूप से विद्युत क्षेत्र में पिछले एक दशक में सुदृढ़ीकरण एवं विस्तार के लिए व्यापक स्तर पर किए गए कार्यों का प्रतिफल है बड़े राज्यों में पिछले एक दशक में बिहार के बाद यदि केरल में 119% मध्यप्रदेश में 66% उत्तर प्रदेश में 100% एवं गुजरात में 58% है आंकड़े स्पष्ट करते हैं कि बिहार में पिछले एक दशक में किस रिकॉर्ड गति से विद्युत सुधार की दिशा में कार्य किया है। ज्ञातव्य है कि बिहार के माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने वर्ष 2012 से ही राज्य की बिजली की स्थिति में सुधार हेतु राज्य सरकार की प्रतिबद्धता प्रकट किया था उसके बाद 2012 में ही बिहार राज्य विद्युत बोर्ड का पुनर्गठन कर पांच विद्युत कंपनियों का गठन किया गया। सरकार ने राज्य में विद्युत सुधार की परियोजनाओं को प्राथमिकता पर कार्यान्वित करने में ना केवल प्रशासनिक एवं वित्तीय सहायता प्रदान किया है बल्कि विद्युत उपभोक्ताओं के सुविधाओं के लिए भी एक सकारात्मक कदम उठाए हैं
ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव और बीएसपीएचसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंधनिदेशक श्री संजीव हंस ने बताया है कि इसरो द्वारा जारी किए डिकेडल चेंज ऑफ लाइफ टाइम लाइट (एनटी एल) ओवर इंडिया फ्रॉम स्पेस 2012 से 2021 के वैज्ञानिक विश्लेषण के बाद तैयार किए गए हैं बिहार के द्वारा जो 474% की वृद्धि प्रदर्शित किया गया है वह स्पष्ट करता है कि राज्य में 24 x 7 विद्युत उपलब्धता के लिए विद्युत कंपनियों लगातार प्रयासरत है।