जमुई(उपेन्द्र तिवारी) : प्राइवेट स्कूल की गाड़ियों के पकड़े जाने के खिलाफ PSACWA और ISACWA ने संयुक्त रूप से विरोध मार्च निकाला। इस मार्च में दोनों संगठनों के लगभग सभी स्कूलों के निदेशकों सहित सैकड़ों शिक्षकों ,वाहन चालकों और गैर शैक्षणिक कर्मियों ने भाग लिया। यह मार्च स्टेडियम से शुरू होकर कचहरी चौक होते हुए समाहरणालय के गेट तक गया। इस दौरान डीटीओ और एमवीआई के विरुद्ध खूब नारेबाजी हुई। वहां दोनों संगठनों ने प्रतिनिधियों ने इस प्रकार से अचानक स्कूल की गाड़ियों के पकड़ने के लिए डीटीओ और एमवीआई के विरुद्ध अपनी भड़ास निकाली और मांग की कि पकड़ी गयी गाड़ियों को बिना शर्त शीघ्र छोड़ा जाय। इसके बाद दोनों एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने डीएम की अनुपस्थिति में एडीएम से मिलकर अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा। अपने ज्ञापन में इन संगठनों ने मांग की कि जिला पदाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने उन्हें अपनी गाड़ियों के पेपर्स तैयार करने के लिए बीस दिन का समय दिया था जिसकी मियाद 22 अक्टूबर तक थी। लेकिन डीटीओ और एमवीआई ने मियाद के पूर्व ही गाड़ियों को पकड़ना शुरू कर दिया है जो अनुचित है। साथ ही इस ज्ञापन में गाड़ियों के पेपर्स कम्प्लीट करने के लिए और नब्बे दिनों की मांग की गई। एडीएम जमुई ने प्रतिनिधियों को जमुई जिला पदाधिकारी के आने के बाद उनकी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया। इसके बाद इन लोगों ने डीटीओ और एमवीआई जमुई से भी मिलकर अपनी बात रखी। इस संबंध में जब डीटीओ रवि कुमार से संपर्क किया गया तो उनका साफ कहना था कि उन्होंने नये वेहिकल्स रूल्स के हिसाब से कार्रवाई की है। हमें जो सरकार का आदेश मिलता है उसका अनुपालन सुनिश्चित करवाना हमारी ड्यूटी है और इसका अक्षरशः अनुपालन किया गया है। इधर दोनों एसोसिएशनों ने ऐलान किया है कि यदि उनकी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार नहीं किया गया तो वे अनिश्चित काल तक हड़ताल पर चले जाएंगे और और स्कूलों में पठन पाठन का कार्य रोक दिया जाएगा। इस दौरान विद्यार्थियों के शैक्षणिक कार्य में व्यवधान की जवाबदेही प्रशासन की होगी।