बिहार दिवस पर गांधी मैदान में दिखी अंधकार से प्रकाश में पहुंचे बिहार की कहानी

पटना बिहार
जनादेश न्यूज़ बिहार
👉शहरी क्षेत्र में करीब 6 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जा चुके हैं, दूसरे चरण में ग्रामीण क्षेत्रों में लगेंगे : संजीव हंस

पटना : अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ‘नासा’ द्वारा वर्ष 2012 और 2021 में रात में ली गई भारत की तस्वीरों के जरिये पेश की गई बिहार के अंधकार से प्रकाश की ओर सफर की कहानी बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड (बीएसपीएचसीएल) के स्टॉल पर लोगों का ध्यान आकर्षित कर रही थी। बिहार दिवस के उपलक्ष्य में गांधी मैदान, पटना में आयोजित तीन दिवसीय समारोह के दौरान बीएसपीएचसीएल के दो मैस्कॉट ‘बिजली दीदी’ और ‘वोल्टेज भैया’ ने भी आगंतुकों को काफी आकर्षित किया। साथ ही लोग पॉवर वॉरियर्स के साथ सेल्फी लेते देखे गये।

उल्लेखनीय है कि नासा द्वारा वर्ष 2012 में रात में ली गई भारत की तस्वीर में बिहार के ज्यादातर हिस्से में अंधकार दिख रहा था, जबकि 2021 में ली गई तस्वीर में बिहार के अधिकांश हिस्से रोशन दिख रहे थे। ये तस्वीरें बिहार में ऊर्जा के क्षेत्र में हुए सकारात्मक बदलावों की कहानी बयां कर रही थीं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा शुरू की गई ‘हर घर बिजली योजना’ के तहत 2018 में ही बिहार के ग्रामीण एवं शहरी इलाकों में उन सभी घरों तक बिजली पहुंचा दी गई, जो कनेक्शन लेने के इच्छुक थे। राज्य में बिजली की खपत हर साल बढ़ रही है। वर्ष 2021 में बिजली की चरम मांग 6600 मेगावाट से अधिक पहुंच गई।
बिहार दिवस के अवसर पर गांधी मैदान में आयोजित तीन दिवसीय समारोह के अंतिम दिन बीएसपीएचसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक संजीव हंस ने बताया, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वर्ष 2005 से ही तीन आधारभूत संरचनाओं को मजबूत करने पर विशेष ध्यान दिया है- बिजली, पानी और सड़क। बिहार में मजबूत पॉवर इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाने के ऊपर काफी काम किया गया है। साथ में कुशल डिस्ट्रीब्यूशन, ट्रांसमिशन एवं प्रबंधन का नतीजा है कि बिजली की खपत की पीक डिमांड वर्ष 2005 के 700MW से बढ़ कर वर्ष 2021 में 6600 MW से अधिक हो गई, यानी 800% की वृद्धि हुई। बिहार में बिजली की चरम मांग तेजी से बढ़ने और उसे पूरा करने के इस सफर पर हम सभी को गर्व है।
संजीव हंस ने कहा कि मुख्यमंत्री ने राज्य में ऊर्जा के क्षेत्र में बदलाव लाने के लिए कई बेहतरीन कदम उठाये हैं। हर घर बिजली योजना, मुख्यमंत्री कृषि संबंध निश्चय योजना एवं स्मार्ट प्रीपेड मीटर का इंस्टालेशन~ ये सभी बिहार के विकास का महत्वपूर्ण हिस्सा है। मुख्यमंत्री कृषि विद्युत संबंध निश्चय योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों के खेती के लिए बिजली कनेक्शन और सबसे सस्ती बिजली दी जा रही है। इससे खेती की लागत कम करने में मदद मिली है।
श्री हंस ने कहा कि बिहार ने वर्ष 2020 में सभी घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का दूरगामी फैसला लिया। बिहार पहला राज्य है जहां स्मार्ट मीटर इतने बड़े स्तर पर तेजी से इंस्टॉल किया जा रहा है। देश में ज्यादातर जगह स्मार्ट मीटर पोस्टपेड मोड में इंस्टॉल किए जा रहे हैं, जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव के नेतृत्व में बिहार के शहरी क्षेत्र में अब तक करीब 6 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जा चुके हैं। अगले स्टेज में ग्रामीण क्षेत्रों में स्मार्ट मीटर लगाये जाएंगे। इससे टेक्निकल एवं कमर्शियल घाटे को कम करने में मदद मिलेगी।
श्री हंस ने कहा कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर के इंस्टालेशन में हमें उपभोक्ताओं का पूरा सहयोग मिल रहा है। हम अपने सोशल मीडिया हैंडल ‘बिहार इनर्जी’ (@BiharEnergy) के माध्यम से अपने उपभोक्ताओं को जागरूक कर रहे हैं। हमने स्मार्ट मीटर के विषय में लोगों को जागरूक करने के लिए दो मैस्कॉट ‘बिजली दीदी’ एवं ‘वोल्टेज भैया’ भी बनाया है, जिसे काफी सराहा जा रहा है। जिलों में भी हमारे अभियंता विभिन्न संचार माध्यमों के द्वारा उपभोक्ताओं को जागरूक कर रहे हैं।
इस मौके पर नॉर्थ बिहार पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के प्रबंध निदेशक मुकुल कुमार गुप्ता और साउथ बिहार पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के प्रबंध निदेशक संजीवन सिन्हा भी मौजूद थे।
👉स्टॉल पर आये लोगों ने स्मार्ट मीटर को सराहा
गांधी मैदान में लगे बीएसपीएचसीएल के स्टॉल पर आये लोगों से खुद कंपनी के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक संजीव हंस ने बात की और खासकर स्मार्ट प्रीपेड मीटर से जुड़ी कुछ मिथ्याएं दूर की।
इस मौके पर हाजीपुर की राधा ने कहा कि स्मार्ट मीटर लगने से बिलिंग में ट्रांसपेरेंसी आई है। बेगूसराय के रमेश रोशन ने कहा कि स्मार्ट मीटर इस्तेमाल करने में आसान होने के साथ-साथ मीटर रीडर द्वारा बिल में गड़बड़ी, बिल जमा करने के लिए लंबी लाइन में लगने जैसे समस्याओं से भी निजात दिलाता है। बिहार बिजली स्मार्ट मीटर ऐप का इस्तेमाल आसान है।