पटना के गायघाट स्थित महिला रिमांड होम में रह चुकी एक युवती ने वहां यौन शोषण व प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए हैं। जब इस मामले में उसके आवेदन पर पुलिस ने एफआइआर दर्ज नहीं की, तब उसने अपना वीडियो इंटरनेट मीडिया में वायरल कर हड़कम्प मचा दिया। इसके बाद प्रशासन ने आनन-फानन में जांच कर उसे झूठा करार दिया, तब उसने जांच पर सवाल उठाते हुए पूछा कि बिना उससे बात किए जांच कैसे पूरी कर ली गई? इस बीच मामले में नया टर्न यह है कि अब उसे निर्भया दुष्कर्म व हत्याकांड के दोषियों को फांसी के तख्ते तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाने वाली सुप्रीम कोर्ट की वकील सीमा समृद्धि का साथ मिला है। प्रशासन की अनुमति मिलने पर सीमा आज पीड़ित युवती से मिलने वाली हैं।
बीते दिनों पटना के गायघाट स्थित रिमांड होम में रह चुकी एक युवती ने वहां लड़कियों के साथ गंदा काम तथा शारीरिक व मानसिक शोषण के आरोप लगाए। उसने आरोप लगाया कि रिमांड होम में नशे का इंजेक्शन देकर अवैध धंधा करने के लिए मजबूर किया जाता है। लड़की के विरोध करने पर उसे प्रताड़ित किया जाता है।
मामला सामने आने के बाद प्रशासन ने आनन-फानन में जांच करा युवती के आरोपों को बेबुनियाद करार दिया। इसपर युवती ने जांच पर ही सवाल खड़ा कर दिया। उसने कहा कि जांच के दौरान उसका पक्ष भी सुना जाना चाहिए था, लेकिन उससे बात ही नहीं की गई। हालांकि, बिहार के समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने समाज कल्याण विभाग को अपने स्तर पर जांच करा रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। इस बीच पटना हाईकोर्ट ने भी घटना का स्वत: संज्ञान लेकर समाज कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव को पार्टी बनाते हुए जांच का आदेश दिया है। कोर्ट ने कार्रवाई की रिपोर्ट भी मांगी है।
युवती फिलहाल जिस संस्था ‘महिला विकास मंच’ के संरक्षण में है, उसकी अध्यक्ष वीणा मानवी ने बताया है कि संस्था इस मामले को लेकर गंभीर है। इसके लिए संस्था ने निर्भया दुष्कर्म व हत्याकांड के दोषियों को अंजाम तक पहुंचाने वाली सुप्रीम कोर्ट की वकील सीमा समृद्धि को पटना बुलाया है। वे पटना पहुंच चुकी हैं।