दबंगों ने मुंगेर में पत्रकार लालमोहन महाराज पर किया जानलेवा हमला, घर में घुसकर पूरे परिवार के साथ की मारपीट लोकतंत्र का चौथा स्तंभ भी खुद को कर रहा है असुरक्षित महसूस विभिन्न राजनीतिक एवं सामाजिक संगठनों ने की घटना की निंदा, अविलंब आरोपियों की गिरफ्तारी की रखी मांग।

मुंगेर
जनादेश न्यूज़ मुंगेर
मुंगेर(गौरव मिश्रा) जिले केे संदलपुर चौराहा के समीप हिंदी दैनिक के पत्रकार लालमोहन महाराज को असामाजिक तत्वों ने गाली गलौज करते हुए घर में घुसकर हमला कर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया । हालांकि सूचना मिलते ही संदलपुर ओपी प्रभारी असलम खान ने मौके पर पहुंचकर मामले की छानबीन शुरू कर दी है। वही हमलावर अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक संदलपुर चौराहा के समीप गली नंबर 04 में आधा दर्जन से अधिक असामाजिक तत्वों के साथ रणवीर कुमार सिंह ने दबंगई दिखाते हुए पत्रकार लाल मोहन महाराज के साथ गाली गलौज करते हुए घर में घुसकर हमला कर दिया और घर का नाला यह कह कर बंद कर दिया कि बहुत पत्रकारिता करते हो तो इस खबर को प्रकाशित क्यों नहीं करते हो …! पत्रकार ने जब इसका विरोध किया तो रंगदारी की मांग करते हुए जान मारने की धमकी भी दिया । इस घटना में पत्रकार गंभीर रूप से जख्मी हो गया । घटना से पत्रकार व उसके परिजनों में भय व्याप्त हो गया है। रविवार की सुबह और फिर शाम में भी पत्रकार पर हमला किया गया मारपीट गाली-गलौज पत्रकार के साथ बदसलूकी के साथ-साथ बुरे परिणाम की धमकी भी दी गई । सूचना पर पहुंची कासिम बाजार पुलिस ने मामले को शांत कराया । जब पत्रकार लालमोहन महाराज कासिम बाजार थाना में आवेदन देने गए तो वहां कार्यरत एक सिपाही ने भी पत्रकार को धमकाते हुए गंदी गंदी शब्दों का प्रयोग किया और मोबाइल छीनने का भी प्रयास किया। सिपाही के शब्दों का जब पत्रकार ने विरोध किया तो सिपाही अपने बढ़े हुए मनोबल का परिचय देते हुए पुलिसिया रोब भी दिखाना शुरू कर दिया और पत्रकार को घंटों थाना में बैठाए रखा। सूचना पर पहुंचे आधा दर्जन पत्रकार जब इसकी सूचना डीआईजी मनु महाराज तथा एसपी लिपि सिंह को दी और वस्तु स्थिति से दोनों पुलिस पदाधिकारियों का अवगत कराया । साथ ही साथ कासिम बाजार थाना में तैनात पुलिस जवान की भी शिकायत की गई। इस पर डीआईजी मनु महाराज तथा एसपी लिपि सिंह ने कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। दोनों पुलिस पदाधिकारियों को सूचना दिए जाने के बाद पत्रकार लालमोहन महाराज को थाना से तब बाहर जाने दिया गया। उन्हें जबरन थाना में बैठाया गया था । यह कहकर कि जब तक थानाध्यक्ष नहीं आते हैं तब तक आप थाना के बाहर नहीं जा सकते हैं और ना ही अपने मोबाइल का प्रयोग कर सकते हैं । एक और कम्युनिटी पुलिस के तहत डीआईजी मनु महाराज तथा एसपी लिपि सिंह जनता से सीधे जन संवाद स्थापित कर रहे हैं। कई दफा क्राइम मीटिंग के साथ-साथ डीजीपी के निर्देश स्पष्ट है कि थाना में आने वाले फरियादियों के साथ अच्छे ढंग से व्यवहार किया जाए। सम्मान पूर्वक उन्हें बैठाया जाए ।लेकिन कासिम बाजार थाना में जिस प्रकार रविबार को घटना पत्रकारों के साथ घटी। यह डीजीपी के आदेश का खुल्लम खुल्ला उल्लंघन है । लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमले से विभिन्न राजनीतिक एवं सामाजिक संगठनों में आक्रोश देखा जा रहा है जो किसी भी वक्त आंदोलन का रूप अख्तियार कर सकता है। इधर जिले के विभिन्न संस्थानों से जुड़े पत्रकारों ने भी घटना की निंदा करते हुए अविलंब दोषियों के विरूद्ध कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही साथ कासिम बाजार थाना में तैनात पुलिस कर्मी के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई करने की मांग डीआईजी एवं एसपी लिपि सिंह से किया है।