डीजीपी के विरुद्ध आपत्तिजनक एवं निराधार टिप्पणी करने के आरोप में बिहार पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह निलंबित

पटना बिहार
जनादेश न्यूज़ बिहार
पटना : बिहार पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष व इंस्पेक्टर मृत्युंजय कुमार सिंह को निलंबित कर दिया गया है.मृत्युंजय सीआईडी में तैनात है.कोविड-19 महामारी संक्रमण के संदर्भ में डीजीपी एसके सिंघल के विरुद्ध आपत्तिजनक एवं निराधार टिप्पणी करने के आरोप में मृत्युंजय कुमार सिंह को निलंबित किया गया है.सीआईडी की डीआईजी गरिमा मलिक ने इस बाबत आदेश जारी कर दिया है.गौरतलब है कि कोरोना
संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान मृत्युंजय कुमार सिंह ने मीडिया में कई बयान जारी किए थे.इसमें डीजीपी को लेकर भी टिप्पणी की गई थी.पुलिस मुख्यालय ने इसका संज्ञान लिया था.सीआईडी द्वारा जारी आदेश के अनुसार डीजीपी के विरुद्ध की गई आपत्तिजनक एवं निराधार टिप्पणी करने के आरोप में मृत्युंजय कुमार सिंह से 3 मई को स्पष्टीकरण की मांग की गई थी.मृत्युंजय कुमार सिंह ने अपना स्पष्टीकरण दिया था जिसे असंतोषप्रद पाते हए डीजीपी ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया.इसके बाद सीआईडी की ओर से मृत्युंजय कुमार सिंह के निलंबन का आदेश जारी कर दिया गया.इसके साथ ही विभागीय कार्रवाई करने का भी आदेश दिया गया है.
👉मृत्युंजय कुमार सिंह ने दिया था ये बयान
बताया जा रहा है कि इंस्पेक्टर और बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कुछ दिनों पहले बिहार के डीजीपी पर आरोप लगाया था कि कोरोनाकाल में मदद के लिए डीजीपी को फोन लगाया जाता है तो वे नहीं उठाते हैं. ऐसे में वॉट्सएप पर पत्र रूपी मैसेज लिखकर उनसे मदद की मांग करनी पड़ी है.
👉पुलिसकर्मी और उनके परिजन भटक रहे
उन्होंने डीजीपी एसके सिंघल को मैसेज भेजा उसमें उन्होंने लिखा था “मौजूदा समय में कोरोना से कोरोनायोद्धा पुलिसकर्मी औए उनके परिजन काफी प्रभावित हैं, लेकिन उन्हें इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है. ऐसे में आग्रह है कि पुलिसकर्मीयो और उनके परिजनों के इलाज के लिए पुलिस मुख्यालय स्तर से हॉस्पिटलों में कुछ बेड की सुविधा की जाए.”
डीजीपी से उन्होंने कहा “आप बिहार के पुलिस प्रमुख हैं और सभी पुलिसकर्मियों के अभिभावक हैं. आपका कर्तव्य है कि इस संकट में अपने पुलिस परिवार के सदस्यों के दुख को कम करें. इस दौरान पत्र में मृत्युंजय कुमार सिंह ने कुछ मरने वाले जवानों का जिक्र करते हुए मदद के क्षेत्र में अपनी बात कही थी.
👉फोन उठाने के लिए अधिकारी की प्रतिनियुक्ति की जाए
मृत्युंजय कुमार सिंह ने डीजीपी से कहा था कि उनके स्तर से पहल की जाए. साथ ही मुख्यालय के किसी अधिकारी को बीमार पुलिसकर्मी के इलाज की व्यवस्था के लिए तत्काल मोबाइल नंबर के साथ प्रतिनियुक्त किया जाए जिससे आसानी से संपर्क कर बीमार पुलिसकर्मियों के इलाज में मदद मिल सके.