चीनी ने छीन ली गुड़ की सोंधी खुशबू वाले ठेकुआ की पहचान

नवादा
जनादेश न्यूज़ नवादा
नवादा (रवीन्द्र नाथ भैया) एक दशक पहले तक छठ पर्व के पावन मौके पर चीनी की मांग नहीं के बराबर हुआ करती थी। घरों में वर्तियों द्वारा डलिया पर चढ़ाए जाने वाला पकवान गुड़ से तैयार किया जाता था।
पिछले 10 वर्षों के दौरान घरों में ठेकुआ पकवान बनाने के लिए चीनी की मांग हो चली है।
लोग गुड को भूल गये है और भूल चुके हैं गुङ से तैयार ठेकुआ की सोंधी खुशबू समाप्त हो चुकी है ।
दरअसल गुड़ उत्पादन का महत्वपूर्ण क्षेत्र रहे नवादा जिले के किसानों का गन्ने की खेती के प्रति कम रुझान कम हुआ है ।अब गन्ने की खेती किसानों को नहीं भाती। ऐसी बात नहीं है कि गन्ने की खेती इस क्षेत्र के किसानों के लिए घाटे का सौदा हो रहा था। बावजूद किसान इससे विमुख हो गये हैं । फिर मजदूरों की समस्या भी गन्ने की खेती में आङे आने इसकी मिठास घरों से गायब हो गया है । ऐसे में गुङ से बने ठेकुआ का स्थान चीनी ने ले लिया है ।