उपभोक्ताओं ने स्मार्ट मीटर को गूगल रेटिंग मे दिया 5 मे से 4.1 रेटिंग : ख्वाजा जमाल  

नालंदा
जनादेश न्यूज़ बिहार 
पटना : बीएसपीएचसीएल ने स्मार्ट प्रीपेड मीटर और बिजली विभाग की टॉल फ्री नंबर 1912 के बारे में अफवाहों को खारिज किया है। कंपनी सेवाओं को पारदर्शी बनाने के लिए ऑनलाईन सुविधा एप पर सेवाएं दे रहा है। इस एप पर उपभोक्ता संतुष्टि का गुगल रेटिंग 5 में से 4.1 है। उपभोक्ताओं को रिचार्ज सुविधा के लिए पूरे बिहार में सेंटर खोला जा रहा है। सिर्फ पटना में 35 जगहों पर रिचार्ज सेंटर खोला जा चुका है। कंपनी का कहना है कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर की टेस्टिंग देश की प्रतिष्ठित एनएबीएल एक्रेडेटिंग कंपनी और ब्यूरो ऑफ इनर्जी स्टैंडर्ड आईएसओ 6444 स्टैन्डर्ड की जांच के बाद मीटर की सप्लाई होती है।सप्लाई से पहले कंपनी के एमआरटी डिविजन में भी सैम्पल जांच होती है। अगर किसी उपभोक्ता को कोई शंका है तो वह थर्ड पार्टी से अपने खर्च पर जांच भी करा सकता है। बदले जा रहे डिजिटल मीटर के स्मार्ट प्रीपेड मीटर से तुलनात्मक जांच हेतु सभी प्रमंडलों के सुविधआ केंद्रों में डेमो दी जाती है। जहां कोई उपभोक्ता डेमो देखकर संतुष्ट हो सकते हैं। स्मार्ट मीटर में किसी भी स्थिति में अधिक खपत दर्ज नहीं होती है। स्मार्ट मीटर कई स्तर पर जांच के बाद उपभोक्ता के पास पहुंचता है। इतनी प्रक्रिया से गुजरने के बाद स्मार्ट मीटर के रिडिंग की शुद्धता पर अविश्वास नहीं किया जा सकता है। सबसे बड़ी बात यह है कि जो एलएंडटी (स्नाईडर) कंपनी बीएसपीएचसीएल को पूर्व में डिजिटल मीटर आपूर्ति करती थी वहीं कंपनी राज्य में स्मार्ट प्रीपेड मीटर की आपूर्ति कर रही है। वह बीएसपीएचसीएल के सारे मानकों से परिचित है। कंपनी वहीं है बस मीटर के मानक के अंतर है.डिजिटल मीटर सर्वर से जुड़ा नहीं होता जबकि स्मार्ट मीटर सर्वर से जुड़ा होता है। कोई गड़बड़ी होने पर तुरंत पता चल जाता है।
स्मार्ट मीटर को लेकर उपभोक्ता के बिल में बढ़ोतरी की अफवाहें फैलाई जा रही है जबकि ऐसी बात नहीं है। आज मीटर का मालिक उपभोक्ता खुद है। बिजली के प्रतिदिन उपभोग से लेकर बिल खुद देख कर विशलेषण कर सकता है। पहले मीटर को लेकर उपभोक्ताओं को बिजली मिस्त्री
के नखरे सहने पड़ते थे अब स्थितियां बदल गई है। बिजली बिल के लिए अब न लोगों को विभाग के चक्कर काटने पड़ते हैं और आसानी से उपयोग की गई बिजली का बिल आसानी से जमा कर रहे हैं। अब उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए बिजली एप भी है जहां आराम से बिजली बिल का भुगतान कर सकते हैं।
कंपनी का कहना है कि स्मार्ट मीटर लगने से उपभोक्ताओं पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। उनके बिजली बिल में कोई उछाल नहीं आया है। पहले जितना उपयोग करते भुगतान करते थे उतना ही करते हैं। बिजली चोरों की शामत जरूर आ गई है। मीटर से छेड़छाड़ करने पर तुरंत सर्वर से पता चल जाता है क्योंकि स्मार्ट मीटर सर्वर से जुड़ा रहता है। सर्वर से मीटर के जुड़ने से उपभोक्ता को अपने बिल पता करने में आसानी होती है।   
  
बिहार में उपभोक्ताओं के बीच टॉल फ्री नंबर 1912 लोकप्रिय है। लोकप्रियता का कारण है उपभोक्ताओं को घर बैठे अपनी शिकायत का त्वरित निवारण मिल जाता है। अब उसे अपनी शिकायतों को लेकर बिजली विभाग दौड़ना नहीं पड़ता है। कॉल सेंटर में प्रतिदिन औसत 13716 लोगों की शिकायतें आती हैं। उसमें 89 फीसदी प्रतिदिन सामाधान किया जाता है। आधुनिक सुविधा वाले 24X 7 कॉल सेंटर पर उपभोक्ता को अपनी बारी आने में न्यूतम समय लगता है। कंपनी कॉल सेंटर में सीटों का इजाफा कर रही है। जिससे उपभोक्ताओं को अपनी बारी के लिए ज्यादा इंतजार करना नहीं पड़ेऔर उपभोक्ता की समस्या का समाधान गुणवत्तापूर्ण तरीके से हो सकें। इसके अलावा टॉल फ्री नंबर पर शिकायत करने वाले उपभोक्ताओं को टिकट आईडी दी जाती है जिससे वह अपने शिकायतों की अद्यतन स्थिति की जानकारी घर बैठे लेता रहता है। उपभोक्ता के लिए सुविधाएं काफी बढ़ी है।
आपको बता दें कि कंपनी अपनी सारी सेवाओं को पारदर्शी रखें हुए है। इसलिए गूगल रेटिंग में उपभोक्ताओं ने कंपनी को अव्वल रखा है। गूगल रेटिंग में 5 में से 4.1 है।