IPS लिपि सिंह का विवादों से है पुराना रिश्ता, लोस चुनाव में भी आयोग ने हटाया था

मुंगेर
जनादेश न्यूज़ मुंगेर
: मुंगेर की एसपी लिपि सिंह को पुलिस फायरिंग के बाद चुनाव आयोग ने पद से हटा दिया है. आयोग ने जांच का आदेश दे दिया है. लिपि सिंह पर पुलिस के द्वारा मूर्ति विसर्जन के दौरान फायरिंग करवाने का आरोप लगा है. जिसमें अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 4 जिंदगी और मौत से जुझ रहे हैं. 25 लोग घटना के बाद से लापता है. ऐसा नहीं है कि लिपि सिंह पर पहली बार कार्रवाई हुई है. इससे पहले चुनाव आयोग ने 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान लिपि सिंह पर कार्रवाई की थी और बाढ़ एसडीपीओ के पद से हटा दिया था. लोकसभा का चुनाव लड़ रही मोकामा विधायक अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी ने लिपि सिंह पर जेडीयू प्रत्याशी के लिए काम करने और पक्षपात का आरोप लगाया था. जिसके बाद लिपि सिंह को हटा दिया गया था.
मोकामा विधायक अनंत सिंह भी अपने घर से बरामद एके 47 को लेकर लिपि सिंह पर दवाब में आकर काम करने का आरोप लगाया था. अनंत सिंह ने कहा था कि लिपि सिंह जान बूझकर उनको फंसा रही हैं. अनंत सिंह के दिल्ली में सरेंडर करने के बाद लिपि सिंह को उनका लाने के लिए दिल्ली गई थी. लेकिन उस दौरान भी विवाद में फंस गई. जब लिपि सिंह दिल्ली में अनंत सिंह को कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड पर लेने के लिए सांसद के स्टिकर लगी गाड़ी से पहुंची. जिसके बाद बवाल मच गया है. इसके बाद बताया गया कि यह गाड़ी लिपि सिंह के पिता हैं. लेकिन अनंत सिंह के समर्थकों और विपक्ष के नेताओं ने आरोप लगाया कि लिपि सिंह ने जदयू के विधान पार्षद रणवीर नंदन की सफारी गाड़ी का उपयोग किया था. इस गाड़ी का इस्तेमाल उसके पिता करते है. जिसका रजिस्ट्रेशन रणवीर नंदन के नाम से था.
लिपि सिंह 2016 बैंच की आईएएस अधिकारी है. उनके पिता आरसीपी सिंह जेडीयू के राज्यसभा सांसद और पार्टी के कद्दावर नेता हैं. उनकी बड़ी बेटी लिपि सिंह हैं. लिपि सिंह के पति आईएएस ऑफिसर हैं उनका नाम सुहर्ष भगत हैं. पिता के प्रभाव के कारण शुरूआत के दिनों में बाढ़ में लिपि सिंह की पोस्टिंग हुई. इसके बाद लिपि सिंह को एसडीपीओ से सीधे मुंगेर का एसपी बना दिया गया. आज मुंगेर में भीड़ का गुस्सा कंट्रोल से बाहर होते जा रहा है. भीड़ ने दो थानों को आग लगाकर जला दिया है. पूर्व सराय थाना और बासुदेवपुर ओपी को भीड़ ने फूंक डाला है. दोनों थानों की कई गाड़ियों में भीड़ ने आग लगा दी है. लगातार मुंगेर एसपी लिपि सिंह के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं. वह लगातार कर रहे हैं कि मुंगेर में लिपि सिंह की तानाशाही नहीं चलेगी. लिपि सिंह के ऑफिस और एसडीपीओ के ऑफिस पर भी लोगों ने तोड़फोड़ किया है. मुंगेर में पुलिस जबरन मूर्ति विसर्जन करा रही थी. इसका जब लोगों ने विरोध किया तो पुलिस ने लाठीचार्ज किया. जब लोग हंगामा करने लगे तो पुलिस ने फायरिंग कर दी. एक युवक की सिर में गोली लगी और उसकी मौत हो गई. जबकि पांच लोग गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए. यह घटना मुंगेर के दीन दयाल चौक के पास हुई. मुंगेर के लोगों ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाया है. लोगों का कहना है कि पहले से परंपरा रही है कि पहले बड़ी देवी का मूर्ति विसर्जन होता है. उसके बाद छोटी मूर्ति का विसर्जन किया जाता है. लेकिन पुलिस जबरन विसर्जन करा रही थी. पुलिस ने इस दौरान बेरहमी से लोगों की पिटाई की है.