बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बीच शराब की सौदागर निकली महिला सरपंच, पुलिस ने विदेशी शराब की खेप के साथ 7.5 लाख नगद के साथ किया गिरफ्तार

मुजफ्फरपुर
जनादेश न्यूज़ मुजफ्फरपुर
मुजफ्फरपुर : बिहार में शराबबंदी है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराबबंदी को महिलाओं का सम्मान बताते हैं लेकिन इस गिरफ्तारी ने यह साबित कर दिया कि तेज तर्रार महिलाएं कहीं ना कहीं शराबबंदी की आड़ में इसका गलत फायदा भी उठा रही है. मुजफ्फरपुर जिले में शराब के अवैध कारोबार को लेकर एक सनसनीखेज हकीकत उजागर हुई है. जिले के करजा थाना इलाके में एक ऐसी महिला सरपंच पकड़ी गई है जो अपनी सरपंची की आड़ में शराब का अवैध कारोबार करती थी. गिरफ्तार महिला सरपंच के ठिकानों से 80 कार्टन विदेशी शराब पकड़ी गई है, इतना ही नहीं महिला सरपंच के घर से पुलिस ने 7 लाख 19 हजार रुपए नगद भी बरामद किए हैं जिसे शराब की काली कमाई बताई जा रही है.
मामला करजा थाना इलाके के बड़कागांव उत्तरी पंचायत का है और गिरफ्तार महिला सरपंच है सविता देवी. दरअसल सरपंच के पति उमेश सहनी का पुराना अपराधिक रिकॉर्ड है. सरपंच पति उमेश सहनी शराब के कारोबार के अलावा अन्य अपराधिक वारदातों को अंजाम देता था और सरपंच सविता देवी अपने पति को रोकने के बजाय उसके कारोबार में भागीदार हो गई और अपने पति के शराब कारोबार को अपने हाथों में ले लिया.
रविवार की रात सरैया एसडीपीओ राजेश शर्मा को सूचना मिली के बड़कागांव में शराब की बड़ी खेप पहुंचाई गई है. करजा थाना सरैया थाना और स्पेशल टास्क फोर्स की टीम गठित की गई. इस टीम ने बड़कागांव में जब छापेमारी की तो हकीकत जानकर सभी हैरत में रह गए कि जिस सविता देवी पर समाज में न्याय करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी वह शराब का कारोबार कर रही थी. सविता देवी का पति फरार हो गया लेकिन बाद में पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया है. सरपंच अपने आसपास के कई घरों में शराब रखती थी और सब से व्यापार में सहयोग लेती थी. करजा थानाध्यक्ष सरोज कुमार के बयान पर सविता देवी के खिलाफ कांड दर्ज किया गया है जिसमें चार अन्य लोगों को भी अभियुक्त बनाया गया है.
इन सब के घर से पुलिस ने शराब की बोतलें बरामद की है जिसे सरपंच ने छिपा कर रखा था. इस मामले में एसएसपी जयंत कांत ने कहा है कि सविता देवी और उमेश साहनी के संपत्ति की भी जांच कराई जाएगी. पुलिस यह पता लगाएगी कि शराब से इन लोगों ने कितनी संपत्ति अर्जित की है. जांच में जो तथ्य आएंगे उसके आधार पर आवश्यकता पड़े तो उनके संपत्ति को ज़ब्त करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.