जज उत्तम आनंद मर्डर केस: मोबाइल लूटने के लिए जज को मार डाला’, CBI की दलील पर हाईकोर्ट नाराज़

झारखंड
जनादेश न्यूज नेटवर्क
धनबाद के जज उत्तम आनंद की मौत के मामले में नया खुलासा हुआ है। CBI ने आशंका जताते हुए हाईकोर्ट को बताया कि जज उत्तम आनंद की मौत मोबाइल लूट कि कोशिश थी। इस पर नाराज़गी जताते हुए झारखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस डॉ रवि रंजन और जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद ने कहा कि CBI जाँच में कुछ भी नया नहीं है। हर बार नई दलील देकर जाँच को खींचा जा रहा है। जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद  ने कहा कि CBI मोबाइल लूट कि आशंका जाता रही है और CCTV Footage में लूट कि घटना दिखाई नहीं दी है। CCTV Footage से यह साफ़ है कि जज को जान कर मारा गया है।
CBI ने कोर्ट को बताया कि मामले में जांच अभी भी चल ही रही है। ब्रेन मैपिंग और नारको टेस्ट से भी उन्हें कुछ हासिल नहीं हुआ। कुछ और जांच भी कराई गई है। जिनकी रिपोर्ट 10 जनवरी तक आ जाएगी। कोर्ट ने कहा कि CBI किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंच पाने से यह कांड रहस्य (Mystery of the Unexplained) कि ओर बढ़ते जा रहा है। आरोपियों को जितना समय मिल रहा है, सबूत जुटाने में उतनी ही मुश्किल होगी।
CBI ने बताया कि इस केस में अब तक 200 से ज्यादा लोगो को पूछताछ हो चुकी है जल्द ही नए तथ्य सामने आएंगे, कोर्ट ने इसपर कहा कि CBI पर संदेह नहीं है, दोनों आरोपियों के खिलाफ धारा 302 के तहत चार्जशीट दाखिल कर दी गई है, परन्तु बिना मोटिव और इंटेंशन (Motive और Intension) कैसे साबित किया जाएगा। मामले कि ज़गली सुनवाई 14 जनवरी