स्मार्ट मीटर से खत्म हुई बिजली बिल में गड़बड़ी की आशंका’

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जनादेश न्यूज़ बिहार
स्मार्ट प्रीपेड मीटर से जुड़ी भ्रांतियां दूर करने के लिए वेबिनार आयोजित
वरीय अभियंताओं ने पेश किये तथ्य और दिये उपभोक्ताओं के जवाब
“बिहार में लगभग 3 लाख 15 हजार स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाये जा चुके हैं। इनमें करीब 1 लाख 86 हजार स्मार्ट मीटर दक्षिण बिहार में, जबकि करीब 1 लाख 28 हजार मीटर उत्तर बिहार में स्थापित किये गये हैं। जैसे-जैसे लोग स्मार्ट प्रीपेड मीटर का उपयोग कर रहे हैं, इसके फायदों को महसूस कर रहे हैं और इसके बारे में भ्रांतियां कम हो रही हैं। बिहार स्टेट पावर स्टेट (होल्डिंग) कंपनी लिमिटेड उपभोक्ताओं की शिकायतों के त्वरित निवारण के लिए तत्पर है।” ये बातें गुरुवार को नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के मीटरिंग एग्जिक्यूटिव इंजीनियर श्री स्वामी शरण प्रसाद ने कही। श्री प्रसाद ‘स्मार्ट प्रीपेड मीटर से संबंधित भ्रांतियां एवं तथ्य’ विषय पर आयोजित विशेष वेबिनार को संबोधित कर रहे थे। विद्युत भवन, पटना से आयोजित वेबिनार में जुड़े विशेषज्ञों ने स्मार्ट प्रीपेड मीटर से जुड़ी भ्रांतियों के संबंध में सही तथ्य पेश किये।  
उल्लेखनीय है कि बिहार में बिजली के स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने की शुरुआत वर्ष 2019 में हुई। एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) के माध्यम से शहरी विद्युत उपभोक्ताओं के साथ-साथ कृषि और नल-जल योजना में स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाए जा रहे हैं। अब तक करीब 3 लाख 15 हजार स्मार्ट मीटर लग चुके हैं। अगले साल जुलाई तक 23.5 लाख स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
वेबिनार में श्री स्वामी शरण प्रसाद ने कहा कि जिस वक्त पुराने मीटर को स्मार्ट प्रीपेड मीटर से बदला जाता है, उस वक्त उपभोक्ता अपना मोबाइल नंबर जरूर दर्ज कराएं, ताकि उसे बिजली एवं बिल से संबंधित जरूरी सूचनाएं मैसेज के जरिये प्राप्त होती रहे। मीटर बदले जाने के 3 दिनों के भीतर वेलकम मैसेज मिल जाता है। उसके बाद उपभोक्ता गूगल प्लेस्टोर और एप्पल स्टोर से ‘बिहार बिजली स्मार्ट मीटर’ ऐप डाउनलोड कर अपने मोबाइल नंबर से लॉगिन कर लें। इस ऐप के जरिये दैनिक खपत और कटौती की राशि से संबंधित सभी जरूरी सूचना प्राप्त की जा सकती है। साथ ही घर बैठे अपने स्मार्ट मीटर को रीचार्ज किया जा सकता है। 
वेबिनार में साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के मीटरिंग एग्जिक्यूटिव इंजीनियर विनीत कुमार ने कहा कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर नई एवं अत्याधुनिक तकनीक से संचालित है, जिसका मकसद उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा प्रदान करना है। यह संचार नेटवर्क से जुड़े चिप से संचालित होता है और ठीक उसी तरह काम करता है, जैसे मोबाइल फोन का प्रीपेड सिम। उपभोक्ता प्रीपेड सिम की तरह ही स्मार्ट मीटर को भी बिजली उपभोग से पहले रीचार्ज करते हैं। उपभोक्ता अपनी सुविधा के अनुसार जितने रुपये का रीचार्ज करते हैं, उतने रुपये की बिजली की खपत कर पाते हैं। बैलेंस शून्य से कम होने पर तीसरे दिन सुबह 10 से दोपहर 1 बजे के बीच बिजली कट जाती है। बिजली कटने से पहले उपभोक्ता को एसएमएस एवं ऐप के जरिये बैलेंस की सूचना दी जाती है। उन्होंने कहा कि स्मार्ट मीटर में उपलब्ध बैलेंस से फिक्स चार्ज एवं ऊर्जा खपत की राशि की कटौती दैनिक आधार पर की जा रही है। 
बिहार स्टेट पावर (होल्डिंग) कंपनी लिमिटेड की रेवेन्यू ऑफिसर आएशा ने बताया कि सिर्फ मीटर को बदला जा रहा है। स्मार्ट मीटर वाले उपभोक्ताओं के लिए बिजली का शुल्क पहले की ही तरह है। सब्सिडी एवं अन्य लाभ भी पहले की तरह दिये जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त बिल में 3 प्रतिशत की छूट भी दी जा रही है। स्मार्ट मीटर की प्रोग्रामिंग इस तरह से की गई है, जिससे बिल में गड़बड़ी या धांधली की आशंका पूरी तरह खत्म हो गई है। स्मार्ट मीटर आधुनिक तकनीक की मदद से पूरी पारदर्शिता के साथ स्वत: बिल तैयार कर रहा है और संचार नेटवर्क के जरिये ऑफिस तक उसकी सूचना पहुंचा रहा है।
ऑनलाइन वेबिनार में उपभोक्ताओं के सवालों के जवाब भी दिये गये। इस दौरान बीएसपीएचसीएल के सीनियर प्रोटोकॉल ऑफिसर ख्वाजा जमाल के अलावा दक्षिण एवं उत्तर बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के कई वरीय अधिकारी मौजूद थे।