स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने के बेमिसाल लक्ष्य को हर हाल में हासिल करेगा बिहार : संजीव हंस

पटना
जनादेश न्यूज़ बिहार
पटना : स्मार्ट प्रीपेड मीटर के मामले में बिहार ने एक बार फिर मिसाल कायम करते हुए 5 लाख एक हजार 597 मीटर उपभोक्ताओं के घर में लगा दिया है। सिर्फ पटना में ही 234891 स्मार्ट मीटर लगाया जा चुका है। बिहार के अन्य शहरों जैसे समस्तीपुर में 60978, मोतिहारी में 48916 ,पूर्णियां में 36086 और मुजफ्फरपुर में 29554 स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाया जा चुका है। बिहार में बिजली उपभोक्ताओं के लिए स्मार्ट मीटर लगाने का काम मुख्यमंत्री के विजन पर तेजी से चल रहा है। बीएसपीएचसीएल 2022 तक पूरे बिहार में अभियान चला कर 23.50 लाख मीटर लगाने का लक्ष्य रखा है। बिजली उपभोक्ता भी स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने में पूरी तरह सहयोग कर रहे हैं। स्मार्ट मीटर लगने के बाद उपभोक्ताओं खुश भी है।
ऊर्जा मंत्री श्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि बिहार के स्मार्ट उपभोक्ता प्रीपेड मीटर की जरूरत को समझ चुके हैं। स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगने से बिहार में खुशहाली आएगी। लोग जितना बिजली का उपभोग करेंगे उतना ही भुगतान करेगें। बिहार में लोगों के पैसे की बचत भी होगी। आपको बता दें कि बिहार में सितंबर 2020 से स्मार्ट प्री पेड मीटर लगाने काम शुरू हुआ था। कोरोना महामारी के कारण मीटर लगाने के काम में शिथिलता आई थी । लेकिन अब स्मार्ट प्रपेड मीटर लगाने के काम में तेजी आ गई है। 29 जनवरी 2021 को नार्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड और नार्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड दोनों कंपनियों के साथ ईईएसएल के साथ स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का करार हुआ।
बीएसपीएचसीएल के सीएमडी श्री संजीव हंस का कहना है कि एक अभियान चला कर पूरे बिहार को स्मार्ट प्रीपेड मीटर से लैस कर दिया जाएगा।
बिहार में जो भी लक्ष्य निर्धारित किया गया है वह हर हाल में समाय से पूरा कर लिया जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मानना है कि हर हाल में मार्च 2025 तक पूरे बिहार के घर में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे। बिहार देश में पहला राज्य है जो स्मार्ट मीटर के तेजी से अपना रहा है। इसके जरिए हम अन्य राज्यों के लिए उदाहरण पेश कर रहे हैं। स्मार्ट प्री पेड मीटर से पूरे भारत का ऊर्जा वितरण नेटवर्क का भविष्य तय होगा। स्मार्ट प्री पेड मीटर लगने से लोग ऊर्जा को बचाने के लिए प्रेरित हो रहे हैं। मीटर लगने विद्युत प्रणाली के स्मार्ट डाटा प्रबंधन आसानी से किया जा सकता है। यह डिस्कॉम के लिए लाभदायक है।