संभावित बाढ़/सुखाड़ की पूर्व तैयारी को लेकर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन की बैठक

नालंदा
जनादेश न्यूज़ नालंदा
जिला में संभावित बाढ़/सुखाड़ की पूर्व तैयारी को लेकर आज जिलाधिकारी श्री शशांक शुभंकर की अध्यक्षता में हरदेव भवन सभागार में आपदा प्रबंधन की बैठक आहूत की गई।
सभी प्रखंडों में वर्षा मापक यंत्र के वर्तमान स्थिति का भौतिक निरीक्षण सुनिश्चित करने का निर्देश जिला सांख्यिकी पदाधिकारी को दिया गया। जहां भी मरम्मत की आवश्यकता हो, इसे तत्काल ठीक कराने का निर्देश दिया गया।
 जिला के 20 प्रखंडों में से 16 प्रखंड संभावित बाढ़ प्रवण प्रखंड के रूप में चिन्हित हैं। सभी प्रखंडों में संभावित बाढ़ प्रवण पंचायत एवं संभावित संकटग्रस्त व्यक्ति समूह की पहचान पूर्व में की गई है। सभी अंचल अधिकारियों को इस सूची को अद्यतन करने का निर्देश दिया गया। संभावित संकटग्रस्त व्यक्ति समूह के लोगों की सूची आपदा सम्पूर्ति पोर्टल पर पूर्व में अपलोड किया गया है। इस सूचि को अद्यतन करते हुए नए व्यक्ति समूह की प्रविष्टि सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
 संसाधनों के मानचित्रण के क्रम में बताया गया कि जिला में 22 सरकारी नाव परिचालन योग्य हैं तथा 24 नाव मरम्मती योग्य है। सभी मरम्मती योग्य नावों की मरम्मती सुनिश्चित कराने का निर्देश सभी संबंधित अंचलाधिकारियों को दिया गया। निजी नावों के निबंधन के लिए सूची उपलब्ध कराने का निर्देश सभी अंचल अधिकारियों को दिया गया। प्राधिकृत पदाधिकारी के माध्यम से सभी निजी नावों का निबंधन कराया जाएगा। जिला में 14080 पॉलीथिन शीट, दो कार्यरत मोटर बोट, 82 लाइफ जैकेट उपलब्ध हैं। इन सभी संसाधनों का भौतिक सत्यापन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
 आपदा राहत के लिए आवश्यक खाद्य एवं अन्य सामग्रियों के दर एवं आपूर्तिकर्ता के निर्धारण के लिए निविदा के माध्यम से कार्रवाई की जा रही है। इस प्रक्रिया को अविलंब पूरा करने का निर्देश दिया गया।
 सभी बाढ़ प्रवण क्षेत्रों में राहत शिविर स्थल एवं सामुदायिक रसोई के संचालन के लिए उपयुक्त सुरक्षित स्थल चिन्हित कर अंचलाधिकारी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी संयुक्त हस्ताक्षर से संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी के माध्यम से सूची तीन दिनों के अंतर्गत उपलब्ध कराएंगे। सभी चिन्हित आपदा राहत शिविर के लिए मेडिकल टीम की टैगिंग कर सूची तैयार रखने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया गया। प्रत्येक प्रखंड के लिए एक-एक मोबाइल मेडिकल टीम का भी गठन करने का निर्देश दिया गया। आवश्यक मानव दवा- हैलोजन टेबलेट, ब्लीचिंग पाउडर, सर्पदंश की दवा आदि की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित रखने का निर्देश दिया गया।
 बाढ़ आपदा की स्थिति में पशु राहत शिविर के लिए उपयुक्त स्थल चिन्हित करने का निर्देश जिला पशुपालन पदाधिकारी को दिया गया। आपदा की स्थिति में पशुचारा की उपलब्धता सुनिश्चित रखने के लिए पशुचारा के दर एवं आपूर्तिकर्ता का निर्धारण सुनिश्चित करने के लिए जिला पशुपालन पदाधिकारी को कहा गया।
 बाढ़ नियंत्रण एवं जल निस्सरण प्रमंडल बिहार शरीफ/एकंगर सराय एवं बख्तियारपुर के अभियंताओं को सभी तटबंधों की सूची जिला आपदा शाखा में उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। सभी अनुमंडल पदाधिकारियों को संबंधित बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के अभियंता के साथ संयुक्त रुप से सभी तटबंधों एवं बांधों का निरीक्षण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के सभी अभियंताओं को तटबंध मरम्मती से संबंधित सभी कार्यों को ससमय पूरा करने का निर्देश दिया गया।
 सभी अंचलाधिकारी से एक-एक कर विगत वर्षों में बाढ़ आपदा की स्थिति की जानकारी ली गई तथा पूर्व के अनुभव के आधार पर उपयुक्त आपदा राहत शिविर स्थल एवं सामुदायिक रसोई के संचालन के लिए उपयुक्त स्थल चिन्हित करने का निर्देश दिया गया। उनसे क्षतिग्रस्त बांध एवं तटबंधों के बारे में भी जानकारी ली गई।
 बाढ़ आपदा की स्थिति में कटाव निरोधी कार्यों के लिए विकेंद्रीकृत व्यवस्था के तहत अलग-अलग स्थानों पर सैंड बैग एवं अन्य सामग्री का भंडारण सुनिश्चित रखने का निर्देश दिया गया ।
आपदा की स्थिति में फसल क्षति के त्वरित आकलन की व्यवस्था सुनिश्चित रखने का निर्देश जिला कृषि पदाधिकारी को दिया गया।
 आपदा के समय में आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन बाधित नहीं हो, इसके लिए उपयुक्त वैकल्पिक स्थल चिन्हित रखने का निर्देश जिला प्रोग्राम पदाधिकारी को दिया गया। आपदा की स्थिति में वैकल्पिक स्थल से ही संबंधित आंगनवाड़ी केंद्र को संचालित किया जाएगा।
 वर्तमान में गर्मी की स्थिति को देखते हुए पेयजल की स्थिति पर सजग रहते हुए नजर बनाए रखने का निर्देश दिया गया। जहां भी पेयजल की समस्या हो वहां टैंकर के माध्यम से तत्काल व्यवस्था के तहत जलापूर्ति सुनिश्चित करने को कहा गया। नल जल की योजना के तहत जहां भी कार्य में विलंब की संभावना है, वहां तत्काल व्यवस्था के तहत चापाकल अधिष्ठापन करने का निर्देश कार्यपालक अभियंता पीएचईडी को दिया गया।
 आपदा प्रबंधन से संबंधित सभी पदाधिकारियों को संवेदनशीलता के साथ सभी कार्यों को समयबद्ध ढंग से पूरा करने/तैयारी करने का निर्देश दिया गया।
 बैठक में प्रभारी नगर आयुक्त -सह-उप विकास आयुक्त, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सिविल सर्जन, जिला आपदा शाखा प्रभारी, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के सभी अभियंता, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी/ग्रामीण कार्य विभाग/ विद्युत सहित अन्य विभागों के जिला स्तरीय पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी आदि उपस्थित थे।