बेहतर इलाज के अभाव में मानव सेवा सदन में प्रसव के बाद महिला की मौत

जमुई
जनादेश न्यूज़ जमुई
झाझा (ब्यूरो अजीत कुमार/संजय कुमार ) : जिला स्वास्थ्य समिति के सदस्यों के द्वारा जिले के निजी क्लिनिकों को दी गई आजादी ने लोगों के जानमाल को खतरे में डाल दिया है । चाहे मामला जिला मुख्यालय के मैक्स अस्पताल की हो या झाझा के मानस सेवा सदन की। ताजा मामला मानस सेवा सदन झाझा में डा0 अजय कुमार के क्लिनिक का है जिसमें गर्भवती 20 वर्षीय अंजलि देवी जो कसरौटी गाँव की निवासी थी, का है इलाज मानस सेवा सदन में चल रहा था अचानक गुरूवार को शाम में मीठा मीठा दर्द शुरु हुआ।अंजलि देवी के पति प्रकाश यादव पिता लक्ष्मण यादव साकिनः कसरौटी,पंचायत केशोफरका,थाना सोनो ने गुरुवार 24 अक्टूबर को दोपहर के बाद मानस सेवा सदन झाझा में अपनी पत्नी को शुरुआत से भर्ती कराया था और पुर्व में भी इनकी देख रेख में इनका इलाज चल रहा था। अंजलि देवी ने सात बजे के करीब एक लड़के को जन्म दिया वो भी नॉर्मल तरीके से।सब कुछ सामान्य था,फिर भी डा0 अजय कुमार एवं क्लिनिक के स्टाफ के द्वारा लापरवाही बरतने के कारण अंजलि देवी की तबियत रात के 12:00 बजे अचानक बहुत खराब हो गई।परिजन चिल्लाने लगे,ड्यूटी पर तैनात नर्स ने अंजलि देवी को सलाइन चढाना शुरू कर दिया लेकिन स्थिति बिगड़ती चली गई।इस बीच परिजनों ने डाक्टर साहब को बुलाकर दिखाने की बात उपस्थित कम्पाउंडर से किया लेकिन उसकी एक ना सुनी गयी और अंततोगत्वा अंजलि देवी शुक्रवार को सुबह 2:00 बजे के करीब डाक्टर अजय कुमार की लापरवाही की वजह से दम तोड़ देती है।मौत की सूचना मिलते ही परिजन क्लिनिक में हंगामा करने लगे।स्थिति को बिगाड़ते देख सभी स्टाप फरार हो गये ।परिजनों ने इसकी सूचना थानाध्यक्ष दलजीत झा को दी,सूचना मिलते ही एसआई शहंशाह खान दल बल के साथ डाo अजय कुमार के क्लिनिक मानस सेवा सदन के लिए रवाना हुए। एसआई शहंशाह खान दल बल के साथ घटना स्थल पर पहुँच कर निरिक्षण किया परिजनो को लगा की उचित कार्यवाई होगी पर हुया इसके उलट और सभी मामले को दबाने में लग गए ।वहीं हंगामें की खबर सुनकर प्रिन्ट मीडिया के स्थानीय संवाददाता भी पहुँच कर स्थिति से अवगत हुए लेकिन किसी ने उनके रसूख के आगे कुछ भी बोलना उचित नहीं समझा । लेकिन पीडित परिजनों ने जनादेश न्यूज के जिला संवाददाता से बात की तो डाक्टर अजय कुमार की लापरवाही की पुष्टि होती दिखी , वहीं सारे लोग मामले को दबाने में लग गए है जबकी होना ये चाहिए था की इसकी सही जाँच की जाती। जनादेश न्यूज़ ये नहीं कहता की सारे डॉक्टर गलत हैं।वो भी इन्सान हैं मानवीय भुल हो सकती है पर जब नियमों की अनदेखी कर अप्रशिक्षित कम्पाउंडर,नर्स, डॉक्टर कोई और बैनर किसी का ऐसा देखा गया है संदेह पैदा करता है। पुर्व में भी ऐसी घटना घट चुकी है,कुछ डॉक्टर तो कमिशन के लिए मरीज को अपने प्रिय जाँच घर जाने को कहते दिखे ऐसा जनादेश न्यूज़ नहीं बल्कि वायरल विडियो के माध्यम से लोगों ने कहा और जाना। जनादेश न्यूज़ इस खबर के माध्यम से माननीय जिलाधिकारी से यह उम्मीद करता है की आपकी अध्यक्षता में एक टीम गठित कर मामले में पीडित परिवार को न्याय दिलाई जाए है। ताकी धनतेरश के दिन जब लक्ष्मी का आगमन माना जाता है,किसी को अपनी घर की लक्ष्मी को ना खोना पड़ें।