बिहार की तरक्की का एक नजारा सबसे खास, CM नीतीश ने की ग्लास ब्रिज पर चहलकदमी

पटना राजगीर
जनादेश न्यूज़ पटना
पटना: बिहार सीएम नीतीश कुमार ने शनिवार को बिहार के पहले ग्लास ब्रिज का जायजा लिया। इसके तुरंत बाद ब्रिज पर चहलकदमी करते नीतीश कुमार की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। नीतीश कुमार ने इसके संग नेचर सफारी का हाल भी देखा। नीतीश कुमार ने कहा कि यहां की सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पूर्वात्तर भारत का ये पहला ग्लास ब्रिज नए साल में पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा। आप भी पहले नीतीश कुमार की तस्वीरें देखिए…
राजगीर में जू सफारी और नेचर सफारी बनकर हो रहा है तैयार, नीतीश कुमार ने ग्लास ब्रिज का निरीक्षण किया
बढ़ते बिहार की एक और मिसाल बनकर तैयार हो गई है। नए साल में बिहार का स्वागत एक गुड न्यूज करने वाली है और वह खबर है राजगीर में बने ग्लास ब्रिज के बारे में। बिहार के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक राजगीर में ग्लास ब्रिज बनकर तैयार हो गया है। जल्द ही ये ग्लास ब्रिज आम लोगों के लिए भी खोल दिया जाएगा। इस ग्लास ब्रिज की मदद से बिहार के इस खूबसूरत स्थल पर पर्यटन को एक बड़ा बूस्ट मिलने जा रहा है। इससे रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।
असल में ग्लास ब्रिज बनाने के मामले में चीन दुनिया का सरताज है। इसी की तर्ज पर बिहार में भी पहले ग्लास ब्रिज का निर्माण करवाया गया है। यह ब्रिज राजगीर में बनाई गई जू सफारी में बना है। इस जू सफारी को सेंट्रल जू अथॉरिटी ने भी अपनी मान्यता दे दी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इसे नए साल यानी 2021 से आम लोगों के लिए खोला जा सकता है।
आपको बता दें कि चीन के हुनान प्रोविन्स में दुनिया का सबसे ऊंचा और लंबा ग्लास ब्रिज बनाया गया है। इस ब्रिज की लंबाई 430 मीटर जबकी ऊंचाई 300 मीटर है। इस ब्रिज पर 800 लोग एक बार में खड़े हो सकते हैं। ब्रिज की मजबूती को परखने के लिए इस पर से दो टन की कार भी गुजारी जा चुकी है। इसके अलावा लोग इसपर हथौड़े मारकर भी इसकी मजबूती चेक कर चुके हैं।
नालंदा में पड़ने वाला राजगीर बिहार के ऐतिहासिक इलाकों में एक है। यह पांच पहाड़ियों से घिरा है और गर्म झरनों के लिए भी जाना जाता है। पाटलीपुत्र के गठन से पहले यह कभी मगध की राजधानी हुआ करता था। बुद्ध के समय इसे विद्वानों के मिलने की जगह और आध्यात्मिक प्रेरणा से युक्त समझा जाता था।