पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, द्वारा संचालित मुख्यमंत्री मत्स्य विकास योजना अंतर्गत मत्स्य पालकों के बीच मछली के विपणन हेतु विभिन्न श्रेणी के वाहनों का किया गया वितरण

नालंदा
जनादेश न्यूज़ नालंदा
जिलाधिकारी ने लाभार्थियों को सौंपा वाहनों की चाभी
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पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, बिहार द्वारा मत्स्य पलकों को रोजगार देने एवं उनकी आमदनी बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री मत्स्य विकास योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों के अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति एवं अति पिछड़ा संवर्ग के मत्स्य पालकों को रोजगार देना तथा उनकी आमदनी में इजाफा करना है। इस योजना के माध्यम से मत्स्य पालकों को उत्पादित मछली का अधिक कीमत मिल सकेगा तथा उपभोक्ताओं को भी स्वच्छ, स्वस्थ, रोग रहित एवं ताजी मछली प्राप्त हो सकेगी।
इस योजना के अंतर्गत मछली की बिक्री एवं व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए मत्स्य पालकों को अनुदानित दर पर मोपेड -सह- आइस बॉक्स, थ्री व्हीलर एवं फोर व्हीलर मालवाहक वाहन दिया जा रहा है।
इन तीनों श्रेणी के वाहनों के लिए इकाई लागत विभाग द्वारा क्रमशः 50 हजार, 2 लाख 80 हजार तथा 4 लाख 80 हजार निर्धारित किया गया है। लाभार्थियों को निर्धारित इकाई लागत के अंतर्गत संबंधित श्रेणी के वाहनों के लिए मात्र 10 प्रतिशत राशि मार्जिन मनी के रूप में देना होता है। शेष राशि योजना के अंतर्गत राज्य सरकार द्वारा वहन किया जा रहा है।
आज समाहरणालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में जिला के अनुसूचित जाति संवर्ग के 11 तथा अति पिछड़ा जाति संवर्ग के 15 मत्स्य पालकों के बीच विभिन्न श्रेणी के वाहनों का वितरण किया गया।
प्रभारी जिलाधिकारी -सह- अपर समाहर्ता श्री नौशाद अहमद एवं उप विकास आयुक्त श्री राकेश कुमार द्वारा लाभुकों को वाहन की चाभी सौंपी गई।
इस अवसर पर जिला मत्स्य पदाधिकारी सहित अन्य विभागीय पदाधिकारी तथा लाभार्थीगण उपस्थित थे।