जिले में औद्योगिक विकास हेतु क्लस्टर निर्माण पर जोर।जिला पदाधिकारी ने उद्योग विभाग को दिया निदेश।

नालंदा
जनादेश न्यूज़ नालंदा
 जिला पदाधिकारी नालंदा श्री योगेन्द्र सिंह द्वारा उनके कार्यालय प्रकोष्ठ में जिला उद्योग केंद्र,हस्तकरगहा आधुनिकीकरण/बुनकरों को कार्यशील पूंजी उपलब्ध कराने,जिला औद्योगिकरण नव प्रवर्तन योजना तथा मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति/जनजाति एवं अति पिछड़ा वर्ग उद्यमी योजना की समीक्षा की गई।
झूला क्लस्टर उद्योग की अद्यतन जानकारी ली गई।क्लस्टर द्वारा कार्य प्रगति अपेक्षित नहीं किए जाने पर जिला पदाधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई।
जिला पदाधिकारी ने महाप्रबंधक,जिला उद्योग केंद्र को सिविल कार्य,मशीन क्रय तथा अन्य कार्यों की सूची बनाकर प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया।
जिला पदाधिकारी ने क्लस्टर को हर संभव मदद देने का भरोसा दिया साथ ही क्लस्टर को भी नियमित रूप से उनके कार्यों एवम मशीनरी के प्रतिवेदन उपलब्ध कराते रहने के निदेश दिए गए।
जिला पदाधिकारी ने 26 जनवरी से पहले उत्पादन कार्य शुरू करने के निदेश दिए।उन्होंने इस हेतु विद्युत आपूर्ति के लिए खरीदी जाने वाली मशीनरी तथा तकनीकी मदद देने के निदेश दिए।
सर्वश्री मोरतालाब फुटवेयर औद्योगिक स्वाबलंबी सहकारी समिति लि०,मोरातालाब, रहुई को अब तक लोन नहीं दिए जाने पर जिला पदाधिकारी ने खेद व्यक्त किया।
जिला पदाधिकारी ने अपनी ब्रांड एवम लोगो बनाकर इसका उत्पादन एवं विपणन कराने की बात कही।जिला पदाधिकारी ने कहा कि ‘नए साल पर नए पहचान’ के साथ उत्पादन करें।उन्होंने इस समिति को पूंजी उपलब्ध कराने तथा विपणन कराने में हर संभव मदद जिला पदाधिकारी ने दिया।
सर्वश्री सिलाव खाजा औद्योगिक स्वाबलंबी सहकारी समिति लि०, सिलाव के समीक्षा में पाया गया कि भवन निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है।भूमि विवाद के मामले को शीघ्र निष्पादित करने के निदेश दिए गए।
जिला पदाधिकारी ने रिवाइज्ड एस्टीमेट बनाकर टेंडर निकालने की प्रक्रिया शुरू करने के निदेश दिया।उन्होंने उत्पादन,पैकेजिंग तथा प्रिजर्वेशन करने के आधुनिक तकनीक के साथ कार्य करने के निदेश दिए ताकि जी आई टैगिंग का लाभ उठाया जा सके।
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना के तहत वित्तीय वर्ष2021-2022 में वार्षिक लक्ष्य 85 के विरुद्ध बैंकों द्वारा 48 के भुगतान पर जिला पदाधिकारी नाराजगी जाहिर की।
मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति/जनजाति उद्यमी योजना के तहत कुल 1897 आवेदन प्राप्त हुए थे जिसमें 163 लोगों को प्रशिक्षित किया गया था।इसके तहत कुल 162 लोगों को प्रथम किस्त,152 लोगों को द्वितीय किस्त तथा 135 लोगों को तृतीय किस्त दिए गए हैं।इसी प्रकार मुख्यमंत्री अत्यंत पिछड़ी जाति उद्यमी योजना के तहत कुल 667 आवेदन प्राप्त हुए जिसमें 45 लोगों को प्रशिक्षित किया गया।
इसके तहत कुल 45 लोगों को प्रथम किस्त,41 लोगों को द्वितीय किस्त तथा 29 लोगों को तृतीय किस्त दिया गया है।
जिला पदाधिकारी ने नव प्रवर्तन के तहत नालंदा जिला में नए क्लस्टर निर्माण पर काफी गंभीर नजर आए।उन्होंने शुभ मंगला इंजीनियरिंग की समीक्षा में 26 जनवरी तक मशीन मंगा लेने के निदेश दिए।इस हेतु मशीन आपूर्तिकर्ता से महाप्रबंधक उद्योग को समन्वय बनाने की भी बात कही गई।
पी वी सी बोर्ड निर्माण करने बाली नव नालंदा पी वी सी बोर्ड,रेडीमेड गारमेंट के साथ-साथ हार्टिकल्चर के क्लस्टर की भी समीक्षा की गई।
जिला पदाधिकारी ने रेशम,आलू तथा मशरूम से संबंधित क्लस्टर निर्माण पर जोर दिया।
उन्होंने सभी उद्योग विस्तार पदाधिकारी से अगले माह तक प्रति प्रखंड 02-02 नए क्लस्टर निर्माण करने के निदेश दिया।
उक्त बैठक में उप विकास आयुक्त नालंदा श्री वैभव श्रीवास्तव सहित उद्योग विभाग के पदाधिकारी,क्लस्टर समूह के अधिकारी तथा अग्रणी बैंक प्रबंधक उपस्थित थे।