गुटखा छोड़ो आंदोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह जिला आइकॉन आशुतोष कुमार मानव ने किया बाल चेतना जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

नालंदा
जनादेश न्यूज़ नालंदा
हिलसा (अविनाश कुमार सुमन) : पढ़ाई – लिखाई के साथ साथ बच्चों के अन्दर शुरू से ही संस्कार डालना ज़रूरी है, ताकि वे भविष्य में देश के एक आदर्श नागरिक बन सकें। केवल किताबी ज्ञान से एक अफ़सर तो बनाया जा सकता है लेकिन नेक इंसान बनाने के लिए छात्र छात्राओं को नियमित रूप से नैतिक मूल्यों पर आधारित ज्ञान देना बेहद आवश्यक है। उक्त बातें ज़िला आइकॉन आशुतोष कुमार मानव ने शनिवार को गंजपर स्थित न्यू सेंट्रल स्कूल के प्रांगण में आयोजित बाल चेतना जागरूकता कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कही।उन्होंने कहा कि आजकल के छोटे छोटे बच्चे नशाखोरी जैसी बुराई के शिकार होकर अपना संस्कार गिरा रहे हैं जिससे आने वाली पीढ़ी का भविष्य अंधकारमय हो रहा है। बच्चों के अभिभावक भी खुलेआम नशीली वस्तुओं अथवा तम्बाकू जैसे घातक पदार्थों का सेवन करते हैं जिसका ग़लत प्रभाव बाल मन पर पड़ता है। पहले तो बड़ों की देखा देखी बच्चे फ़ैशन के तौर पर नशा करते हैं फिर बाद में जाकर यह उनकी आदत बन जाती है। श्री मानव ने कहा कि ऐसी स्थिति में अभिभावको की ज़िम्मेवारी बढ़ जाती है।वक्ताओं ने इस अवसर पर जलवायु परिवर्तन के चलते हो रही परेशानियों पर भी विस्तार से प्रकाश डाला।उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक पेंड पौधा लगाकर ही पर्यावरण को सुरक्षित किया जा सकता है।सभी बच्चों ने लगाए गए पौधों की देखभाल करने की शपथ ली तथा इसके लिए अपने अपने घर से ही अभियान शुरू करने का फ़ैसला लिया।इस अवसर पर प्राचार्य मायाशंकर
कुमार, शंटू कुमार, कशिश कुमारी, विभा कुमारी ,निभा कुमारी, नीतू कुमारी,शिवांगी कुमारी, रोहित कुमार सनी कुमार ,सुप्रिया कुमारी, प्रिया कुमारी ,रिशु कुमार, राजू कुमार समेत दर्जनों छात्र छात्राओं ने अपने विचार व्यक्त किए।