पूरे देश में बिहार पहला राज्य जहां 10 लाख से अधिक स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं, केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने बिहार के उपलब्धियों का किया प्रशंसा

पटना
जनादेश न्यूज़ बिहार
पटना : केंद्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री  आर के सिंह की अध्यक्षता में Power Ministers Conference ka आयोजन 14 एवं 15 अक्टूबर, 2022 को उदयपुर, राजस्थान में किया गया। कॉन्फ्रेंस में विभिन्न राज्यों के ऊर्जा मंत्री, केंद्र सरकार के ऊर्जा मंत्रालय एवं उनके अधीन विभिन्न उपक्रमों के शीर्ष पदाधिकारीगण, विभिन्न राज्यों के प्रधान सचिव/सचिव/वितरण कंपनियों के प्रबंध निदेशक एवं अधिकारियों ने भाग लिया। बिहार से इस बैठक में साउथ बिहार पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक  महेंद्र कुमार शामिल हुए।
कांफ्रेंस में समेकित रूप से विद्युत उत्पादन, संचरण एवं वितरण के साथ साथ ऊर्जा के क्षेत्र में व्यापक रूप से बदलते परिदृश्य यथा एनर्जी ट्रांजिशन के अंतर्गत आने वाली विभिन्न चुनौतियों पर व्यापक रूप से चर्चा एवं विमर्श हुआ।
तीन दिवसीय सम्मेलन के पहले दिन देश भर की बिजली कंपनियों की वित्तीय स्थिति की समीक्षा हुई। इसके बाद आरईसी लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक आर लक्ष्मण ने स्मार्ट प्रीपेड मीटर के उपलब्धियों पर अपने प्रस्तुतिकरण में जहां स्मार्ट मीटर अधिष्ठापन के कार्य की विशेषता को ध्यान में रखते हुए इस कार्य को उच्च प्रात्मिकता देने की आवश्यकता पर बल दिया, वहीं बिहार द्वारा स्मार्ट मीटर के क्षेत्र में किए गए कार्यों की प्रशंशा भी की। बिहार में विशेष तौर से पेसू के दो डिवीजनों आशियाना और बांकीपुर में स्मार्ट मीटर से हुए फायदे के विषय में बाकी राज्यों को बताया गया। उन्होंने बताया कि कैसे स्मार्ट मीटर लगने से आशियाना में 94 फीसदी से 115 फीसदी और बांकीपुर डिवीजन में 92 फीसदी से बढ़कर 105 फीसदी बिजली बिल वसूली हो रही है। वर्ष 2020 में आशियाना में 5.72 करोड़ और बांकीपुर में 4.83 करोड़ रुपए उपभोक्ताओं पर बकाया थे जो अभी शून्य हो गया है। आशियाना में प्रत्येक उपभोक्ताओं से औसतन 1602 रुपए के बदले 2650 रुपए तो बांकीपुर में 1768 रुपए के बदले 2373 रुपए की मासिक वसूली हो रही है। इसके साथ ही आशियाना में बिजली खपत 321 से बढ़कर 321 यूनिट एवं बांकीपुर में 219 से बढ़कर 310 यूनिट हो गई है।
स्मार्ट मीटर के कारण नॉर्थ एवं साउथ बिहार पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड को 25 करोड़ अग्रिम पैसे मिल रहे हैं। वैसे तो देश के कई राज्यों में स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं लेकिन बिहार पहला राज्य है जहां 10 लाख से अधिक स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं। दिया में लगे कुल स्मार्ट मीटर में से 90 फीसदी बिहार में ही है। इस साल के अन्त तक राज्य के शहरी क्षेत्रों में 18 लाख उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य है। साथ ही अगले तीन सालों में सभी बिजली उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगा दिया जायेगा।
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने स्मार्ट मीटर के क्षेत्र में बिहार की उपलब्धियों की प्रशंशा करते हुए बाकी राज्यों को भी बिहार मॉडल अपनाने की बात कही।
कार्य की महत्ता एवं समय सीमा के अंतर्गत अधिष्ठापन के लक्ष्य को प्राप्त करने की लिए ग्रामीण क्षेत्र में भी राज्य योजना के अंतर्गत 1.48 करोड़ स्मार्ट प्रीपेड मीटर की स्थापना हेतु 36 लाख मीटर लगाने का कार्यादेश निर्गत करते हुए कार्य प्रारंभ हो गया है। सरकारी विभागों में भी स्मार्ट मीटर की स्थापना हेतु राज्य के वित्त विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए इस बजट का प्रावधान अग्रिम रूप से करने हेतु आवश्यक कार्रवाई की gayi hai। urja लेखांकन की चुनौती के आलोक में बिहार राज्य में 80 प्रतिशत से अधिक फीडर मीटर एवं 50 प्रतिशत से अधिक डीटी मीटर का कार्य किया जा चुका है एवं बिहार इस क्षेत्र में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
एसबीपीडीसीएल के प्रबंध निदेशक श्री महेंद्र कुमार ने कहा कि रूफटॉप सोलर लगाने के बावजूद स्मार्ट मीटर को बदलने की जरूरत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि दो दिवसीय सम्मेलन में बिजली प्रक्षेत्र में हुए सुधार और भविष्य में होने वाले कार्यों के विषय में चर्चा हुई। इसके अलावा गैर परंपरागत ऊर्जा और इसके भंडारण, लोगों को निर्बाध रूप से बिजली पहुंचाने, उपभोक्ताओं के अधिकार और 2030 तक बिजली प्रक्षेत्र के स्थिति पर भी चर्चा हुई।