वारिसलीगंज आपूर्ति विभाग में बह रही भ्रष्टाचार की गंगोत्री,बिना चढ़ावा का नही बनता यहां राशन कार्ड

नवादा
जनादेश न्यूज़ नेटवर्क
नवादा से प्रदीप कुमार
वारिसलीगंज (नवादा): वारिसलीगंज प्रखण्ड कार्यालय स्थित आपूर्ति विभाग में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। सरकार के द्वारा जनहित के लिए आवश्यक कार्यो जैसे जाति, आय ,आवासीय आदि बनाने के लिए लोक सेवाओ के अधिकार के तहत सेवा प्रदान करने के लिए आरटीपीएस काउंटर बनाया गया है। जिसमें राशन कार्ड बनाने के लिए भी आपूर्ति विभाग के द्वारा लोक सेवाओं के अधिकार के तहत यह सुविधा प्रदान की गई है ।परन्तु इन दिनों वारिसलीगंज आपूर्ति विभाग में भ्रष्टाचार की गंगोत्री बह रही है।ऐसे दर्जनों पात्र लाभुक है जिनका राशन कार्ड अभी तक नही बन पाया है और आपूर्ति विभाग में कार्यरत ऑपरेटर राकेश कुमार के द्वारा प्रति लाभुक से हजार से दो हजार रुपये लेकर भी राशन कार्ड नही बनाया जाता है। कई आवेदकों ने बताया कि आठ नौ महीने से ऑपरेटर को नाजायज राशि देने के बाद भी अभी तक राशन कार्ड नही बना है।वैसे तो आपूर्ति विभाग को भ्रष्टाचार का समुंदर भी कहा जाय तो कोई अतिशयोक्ति नही हो सकती है। 
वैसे तो वारिसलीगंज प्रखण्ड मुख्यालय स्थित विभिन्न विभागों में भ्रष्टाचार सर चढ़ कर बोल रहा है ।लेकिन आपूर्ति विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है । सिस्टम में सडांध की महक प्रखण्ड कार्यालय के विभिन्न विभागों में पहुंच चुकी है। आपूर्ति कार्यालय में कार्यरत ऑपरेटर राकेश कुमार के द्वारा सैकड़ो लोगों से राशन कार्ड बनाने के नाम पर उगाही की गई है जिसमें शह यहां के पदाधिकारियों की प्रतीत होती है ।वैसे तो आपूर्ति विभाग अधिकारियों के लिए दुधारू गाय है। किसी का दामन पाक साफ नही दिख रहा है।इस सबन्ध में आपूर्ति पदाधिकारी अतुल कुमार ने नाजायज राशि के बारे में अनभिज्ञता जताते हुए कहा कि बड़े शर्म की बात है कि राशन कार्ड बनाने में भी नाजायज राशि ली जाती है।गौर करने वाली बात है कि आपूर्ति विभाग के नाक के नीचे सारा खेल खेला जा रहा है और आपूर्ति अधिकारी को इस बात की भनक तक नही है यह बात पचने लायक नही है। उन्होंने कहा कि राशन कार्ड बनाने के लिए यहां से सिर्फ ऑनलाइन होता है। प्रखण्ड विकास पदाधिकारी अपने स्तर से अनुशंसा कर अनुमंडल पदाधिकारी को भेजते हैं।अनुमंडल से ही सत्यापित होकर राशन कार्ड निर्गत किया जाता है।यानी कि आपूर्ति पदाधिकारी ने प्रखण्ड विकास पदाधिकारी पर अपना ठीकरा फोड़कर अपना दामन बचा रहे हैं उन्होंने इसकी शिकायत अनुमंडल पदाधिकारी से करने की बात कही है। इस सबन्ध में अनुमंडल पदाधिकारी ने कहा कि अगर उसके विरुद्ध को ठोस साक्ष्य है तो कार्रवाई की जाएगी।उन्होंने कहा कि प्रखण्ड स्तर से राशन कार्ड निर्गत नही किया जाता है वह अनुमंडल कार्यालय से ही सत्यापित होकर बनाया जाता है। हालांकि सदर एसडीओ को शिकायत के आलोक में साक्ष्य भी उपलब्ध करा दिया गया है।बहरहाल दर्जनों लाभुकों का रुपया डकारने वाले राकेश कुमार के विरुद्ध आवेदकों के द्वारा डीएम को शिकायत की गई है। अब देखना है कि अधिकारी के द्वारा शिकायतों के आलोक में कार्रवाई की जाती है या सिस्टम में सड़ाध से दुर्गंध फैलती रहेगी।आवेदक नरेश खातून,रेशमा परवीन,सहजादी खातून,गुड़िया खातून,शहनाज खातून,मो0 इस्राइल आलम,नीतू देवी,रंजू देवी मो0 हलीम उद्दीन सहित अन्य दर्जनों आवेदकों ने नाजायज राशि लेने की बात कही है तथा डीएम को आवेदन देकर राशन कार्ड बनाने की मांग की है।