बिना किसी अपेक्षा के सुविधाओं की परवाह किए बगैर पूरी निष्ठा से न्यायिक कार्य को करें संपादित : न्यायमूर्ति अभय श्रीनिवास ओका

पटना बिहार
जनादेश न्यूज़ बिहार
पटना : पटना के गायघाट स्थित बिहार न्यायिक अकादमी प्रांगण के सभागार में आज शनिवार को भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति अभय श्रीनिवास ओका द्वारा बिहार न्यायिक सेवा के नव नियुक्त बिहार न्यायिक सेवा के 30वीं बैच के पदाधिकारियों को “The Conduct Inside and Outside the Court” शीर्ष पर संबोधित किया गया। इस अवसर पर पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजय करोल, न्यायमूर्ति सह बिहार न्यायिक अकादमी के अध्यक्ष अश्वनी कुमार सिंह के अतिरिक्त पटना उच्च न्यायालय के अन्य कई न्यायमूर्तिगण भी उपस्थित हुए ।
न्यायमूर्ति ओका ने नव नियुक्त पदाधिकारियों को बधाई देते हुए उन्हें बिना किसी अपेक्षा के सुविधाओं की परवाह किए बगैर पूरी निष्ठा से न्यायिक कार्य को संपादित करने का संदेश दिया। उन्होंने न्यायाधीशों को सार्वजनिक और निजी जीवन में सादगी और अपने आचरण को उच्च स्तर का बनाए रखने की सलाह दी। न्यायमूर्ति ने न्यायिक सेवा में महिला पदाधिकारियों और नेशनल लॉ स्कूलों के स्नातकों की बड़ी संख्या पर हर्ष व्यक्त किया और उम्मीद जताई कि यह न्यायिक सेवा के स्तर में हो रही बढ़ोतरी का संदेश है। न्यायमूर्ति ने सभागार में उपस्थित युवा न्यायिक पदाधिकारियों के सवालों का भी जवाब दिया।
जहां एक ओर माननीय मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजय करोल ने न्यायमूर्ति ओका को निरंतर न्यायिक शिक्षा का पक्षधर बताया वहीं न्यायमूर्ति अश्वनी कुमार सिंह द्वारा न्यायमूर्ति ओका को मानवीय मूल्यों और मौलिक स्वतंत्रता का संरक्षक बताया गया और आगमन और संबोधन को अकादमी और नवनियुक्त पदाधिकारियों के लिए प्रोत्साहन का एक विशेष अवसर बताया।
बिहार न्यायिक अकादमी के निदेशक राकेश मालवीय के द्वारा स्वागत संबोधन किया गया तथा धन्यवाद ज्ञापन उप-निदेशक आलोक गुप्ता ने दिया। मंच संचालन अपर निदेशक सुश्री काजल झाम ने किया।