पत्रकारों के सवाल पर आग बबूला हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, तुरंत डीजीपी को फोन लगाकर कहा उठाया कीजिए साहब

नालंदा बिहार शरीफ
जनादेश न्यूज़ बिहार
पटना (राजीव रंजन कुमार) : बिहार में इन दिनों क्राईम आउट ऑफ कंट्रोल है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार ही नहीं बल्कि बिहार के बाहर भी सुशासन बाबू के नाम से जाने जाते हैं बावजूद सातवीं बार मुख्यमंत्री बनने के बाद अपराध चरम सीमा पर है.बिहार के लोग अब खुद मुख्यमंत्री से यह भी सवाल करना शुरू कर दिए हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का इकबाल कहां गया. शुरुआती दौर में जब 2005 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार से अपराधी नहीं बल्कि अपराधियों को ही खदेड़ दिया था. लेकिन वर्तमान परिवेश में बढ़ती अपराधिक घटनाओं को देखकर तो बस वही 15 वर्ष पुराने वाले पति पत्नी की सरकार को बिहार की जनता याद कर रही है. खुद अपने आप को भ्रष्टाचार और क्राइम से समझौता नहीं करने वाले नीतीश कुमार आज एक बार फिर पत्रकारों पर अपराध के सिलसिले में पूछे गए सवाल पर आग बबूला हो गए.
मौका था सुबह सुबह राजधानी पटना के आर ब्लॉक-दीघा के बीच बनी सड़क का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा लोकार्पण का इस सड़क पर छह मिनट में लोग आर ब्लॉक से दीघा की दूरी तय कर रहे हैं.379.57 करोड़ रुपये की लागत से ये सड़क तैयार हुई है.मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पत्र लोकार्पण के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि दीघा आर ब्लॉक रोड अटल पथ का एक हिस्सा है.कुछ ही माह में इस पथ को गंगा पथ व जेपी सेतु से जोड़ दिया जाएगा। इस पर काम चल रहा है. इतना ही नहीं इसके बाद जब पत्रकारों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सुशासन पर सवाल पूछा तो फिर क्या था सही सवाल पर मुख्यमंत्री इतना खिसिया गए कि लग रहा था कि अब उनका इकबाल ही समाप्त हो चुका है. अगर कोई पत्रकार सही सवाल पूछ बैठा तो साहब उन्हें निर्देश देने लगे कि आप किसके आदमी है हमें मालूम है. इतना ही नहीं पुलिस तो प्रशासन के द्वारा फोन पर कोई रिस्पांस नहीं देने की बात पर भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मैं खुद मोबाइल नहीं रखता हूं जब पत्रकारों ने कहा कि आप मेरे ही मोबाइल से डीजीपी से बात कर लीजिए जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फोन लगाकर डीजीपी साहब को कह दिया “जरा उठाया कीजिए साहब” अब जरा आप ही सोचिए साहब के घर आपसे सही सवाल किया जाए तो मैं विपक्षी दल का पत्रकार हो जाऊंगा.
दरअसल पिछले 12 जनवरी को राजधानी पटना के वीवीआईपी इलाके शास्त्री नगर थाना क्षेत्र के पुनाइचाक में दिनदहाड़े बेखौफ अपराधियों के द्वारा इंडिगो के स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह की गोलियों से छलनी कर हत्या कर दी गई. चुनावी रण में चौथी बार विजय होने के बाद भी अवसाद से क्यों कुंठित हो रहे हैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अगर इनसे कोई जायज सवाल किया जाता है तो सौम्यता और शीतलता की मुखौटा फेंक देते और चेहरे पर चीढ़ और हताशा नजर आती हैं.जायज सवाल है साहब जब बिहार की जनता एक्शन करने के लिए आपको चुनी है तो इस एक्शन का रिएक्शन आप ही से मांगेगी और आखिरकार पत्रकार भी उसी जनता का हिस्सा है.