पकड़ा गया शिवसेना का सबसे बड़ा झूठ, आदित्य ठाकरे के इशारे पर गंदी राजनीति कर रही है शिवसेना !

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जनादेश न्यूज़ सेंट्रल डेस्क
: अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत को लेकर सत्तारूढ़ शिवसेना की गंदी राजनीति खुलासा होने लगा है। शिवसेना के मुखपत्र सामना में अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले पार्टी के सांसद संजय राउत  ने लिखे लेख में आरोप लगाया है कि सुशांत के पिता ने दूसरी शादी की थी। जिसे सुशांत ने स्वीकार नहीं किया था। सुशांत के पिता की दो शादियों वाली बात गलत साबित हुई है। सुुशांत के मामा ने इस बात को सिरे से नकार दिया है।
टाइम्स के मूताबिक सुशांत के मामा आर सी सिंह ने कहा- “संजय राउत ने उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे के इशारे पर गलत बयान दिया है। संजय राउत इस तरह की बात बोलकर उनकी छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसी बात बोलकर किसी की छवि खराब करना क्या अच्छी बात है।” उन्होंने कहा कि बिहार में जो रहते हैं, वो सभी जानते हैं कि सुशांत के पिता ने एक ही विवाह किया था।
बता दें कि शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने पार्टी के मुखपत्र सामना में लिखे एक लेख में आरोप लगाया था कि सुशांत का परिवार मतलब पिता पटना में रहते हैं। उनके पिता से उसके संबंध अच्छे नहीं थे। पिता ने दूसरी शादी कर ली थी जिस सुशांत ने स्वीकार नहीं किया था। पिता से उसका भावनात्मक संबंध शेष नहीं बचा था। उसी पिता को बरगलाकर बिहार में एक एफआईआर दर्ज कराई गई व मुंबई में घटे गुना’ह की जांच करने के लिए बिहार की पुलिस मुंबई आई।
संजय राउत ने कहा कि मुंबई पुलिस पर आरोप लगाकर बिहार सरकार ने केंद्र से सीबीआई जांच की मांग की। 24 घंटे के अंदर यह मांग मान भी ली गई। यह राज्य की स्वायत्ता पर सीधा हमला है। सुशांत का मामला कुछ और समय मुंबई पुलिस के हाथ में रहता तो आसमान नहीं टूट जाता लेकिन यह राजनीतिक निवेश और दबाव की राजनीति है। उन्होंने यहां तक कहा कि सुशांत प्रकरण की ‘पटकथा’ पहले ही लिखी गई थी।
बता दें कि सुशांत के कथित आ’त्मह’त्या को लेकर उसके पिता कृष्ण किशोर सिंह ने पटना के राजीवनगर थाने में कांड संख्या 241/20 दर्ज कराई है। 25 जुलाई को यह प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। इसमें आईपीसी की धारा 341, 342, 380, 406, 306, 420, 506 और 120 (बी) की धाराएं लगी हैं। सुशांत की महिला मित्र एवं अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती, उसके माता-पिता और भाई समेत 6 लोगों को नामजद किया गया है। इसी केस की जांच सीबीआई से कराने की अनुशंसा की गई थी। जिसे केंद्र ने स्वीकार कर लिया है।