डीएम ने दिए शिक्षक नियोजन मेधा सूची कि सभी त्रुटियों को अविलंब दूर करने का निर्देश

नालंदा
जनादेश न्यूज़ नालंदा
प्रारंभिक शिक्षक नियोजन वर्ष 2019-20 के तहत तृतीय चक्र अंतर्गत जिला के नव सृजित/विस्तारित नगर निकाय नियोजन इकाइयों के लिए कॉउंसलिंग 19 जनवरी को निर्धारित किया गया था। 
 तैयार मेधा सूची के त्रुटिपूर्ण पाए जाने के कारण 19 जनवरी को निर्धारित कॉउंसलिंग को स्थगित कर दिया गया है। यह कॉउंसिलिंग अब 28 जनवरी को पूर्व से निर्धारित स्थलों पर ही होगी।
जिलाधिकारी ने मेधा सूची की सभी त्रुटियों को अविलंब दूर करने का स्पष्ट निदेश दिया है।उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि इस अवधि में सूची की सभी त्रुटियों का निराकरण सभी नियोजन इकाइयों के सदस्य सचिव-सह-कार्यपालक पदाधिकारी एवं शिक्षा विभाग के संबंधित पदाधिकारी सुनिश्चित करें। फिर से किसी तरह की त्रुटि पाए जाने पर संबंधित पदाधिकारियों की जिम्मेदारी तय करते हुए प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।
ज्ञातव्य हो कि जिला में विस्तारित नगर निगम बिहार शरीफ के मघड़ा एवं राणा बिगहा पंचायतों की काउंसलिंग जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र(डीआरसीसी)बिहार शरीफ, नगर पंचायत एकंगर सराय की काउंसलिंग एसएस बालिका उच्च विद्यालय बिहार शरीफ, नगर परिषद राजगीर एवं नगर पंचायत गिरियक की काउंसलिंग कन्या मध्य विद्यालय कमरुद्दीन गंज बिहार शरीफ, नगर पंचायत नालंदा एवं नगर पंचायत पावापुरी की काउंसलिंग आवासीय मॉडल मध्य विद्यालय भैसासुर बिहार शरीफ तथा नगर पंचायत रहुई,अस्थावां एवं हरनौत की काउंसलिंग नालंदा कॉलेजिएट प्लस टू उच्च विद्यालय बिहार शरीफ में की जाएगी।
इन नियोजन इकाइयों की त्रुटि रहित मेधा सूची को 21 जनवरी तक एन आई सी पर अपलोड करने एवं कार्यालय सूचनापट पर प्रदर्शित करने का निदेश जिलाधिकारी ने दिया है।
जिलाधिकारी द्वारा शिक्षक नियोजन काउंसलिंग को लेकर आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की गई।
प्रखंड/पंचायत नियोजन इकाईयों की त्रुटि रहित मेधा सूची की जिम्मेवारी संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी की होगी।दोनों पदाधिकारी स्वयं सूची की जांच कर त्रुटि रहित मेधा सूची सुनिश्चित करेंगे।
नव सृजित/विस्तारित नगर निकाय नियोजन इकाइयों की त्रुटि रहित मेधा सूची समय से तैयार नहीं करने करने के कारण शिक्षा विभाग के डी पी ओ (स्थापना) से स्पष्टीकरण पूछते हुए वेतन निकासी पर रोक लगाने का निदेश दिया गया।
बैठक में अपर समाहर्त्ता, जिला शिक्षा पदाधिकारी, डी पी ओ(स्थापना), सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, नगर निकायों के कार्यपालक पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सहित अन्य पदाधिकारी जुड़े थे।