जिला के सभी प्रखंडों एवं पंचायतों में हो तलाबों का जीर्णोद्धार/नए तलाबों का निर्माण ताकि भूगर्भ जल सभी क्षेत्रों में हो सके रिचार्ज

नालंदा
जनादेश न्यूज़ नालंदा

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विभिन्न विभागों द्वारा विभिन्न योजनाओं के तहत पुराने तालाबों का जीर्णोद्धार तथा नए तालाबों का निर्माण का कार्य कराया जा रहा है।

 इसमें मुख्य रूप से ग्रामीण विकास विभाग, लघु जल संसाधन विभाग, कृषि विभाग, मत्स्य विभाग आदि द्वारा पुराने तालाबों का जीर्णोद्धार तथा नए निजी तालाबों का निर्माण का कार्य विभिन्न योजनाओं के माध्यम से कराया जा रहा है।

इन सभी विभागों के बीच योजनाओं के चयन एवं क्रियान्वयन को लेकर आपसी समन्वय बना रहे ताकि जिला के हर प्रखंड के पंचायतों में इन योजनाओं का क्रियान्वयन हो सके, इसी उद्देश्य को लेकर जिलाधिकारी श्री शशांक शुभंकर ने आज सभी संबंधित विभागों के पदाधिकारियों के साथ समन्वय बैठक की।

उप विकास आयुक्त द्वारा बताया गया कि अमृत सरोवर योजना के तहत 75 तालाबों का जीर्णोद्धार कराया जाना है, जिनमें से 54 तालाबों को चिन्हित किया गया है तथा 49 में कार्य कराया जा रहा है। मनरेगा के माध्यम से जल जीवन हरियाली अभियान के तहत 230 सार्वजनिक तालाबों के जीर्णोद्धार का कार्य किया गया है। इसके साथ ही मनरेगा के माध्यम से 243 नए निजी तालाब के निर्माण का कार्य भी कराया गया है। मनरेगा के माध्यम से निजी खेत पोखरी के निर्माण हेतु जीविका के माध्यम से 245 आवेदन प्राप्त हुए हैं। प्राप्त आवेदनों की जांच उपरांत सभी उपयुक्त आवेदनों के संदर्भ में अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी।

कृषि विभाग द्वारा 42 बड़े तथा 40 छोटे निजी तालाब के निर्माण का लक्ष्य है। जिसे पहले आओ पहले पाओ पद्धति के आधार पर गिरियक, राजगीर, करायपरशुराय, अस्थावां एवं बिंद प्रखंडों में क्रियान्वित किया जा रहा है। इन प्रखंडों को भूजल के अत्यधिक दोहन वाले क्रिटिकल प्रखंडों की श्रेणी में रखा गया है। *इन पांच प्रखंडों में सिंघाड़े की खेती के लिए भी निजी तालाब का निर्माण कराया जा सकता है। इस योजना में राज्य सरकार द्वारा 90 प्रतिशत अनुदान का प्रावधान है। इसके लिए इच्छुक किसान सहायक निदेशक भूमि संरक्षण कार्यालय बिहार शरीफ में आवेदन कर सकते हैं।*

लघु जल संसाधन विभाग द्वारा 5 एकड़ से बड़े सार्वजनिक तालाबों के जीर्णोद्धार का कार्य किया जा रहा है। अब तक 45 तालाबों के जीर्णोद्धार का कार्य किया जा चुका है, 16 अन्य में कार्य लगभग अंतिम चरण में है। साथ ही 70 तालाबों के जीर्णोद्धार के लिए डीपीआर तैयार किया जा रहा है।

मत्स्य विभाग द्वारा मत्स्य पालन के लिए निजी तालाबों के निर्माण की योजना के तहत तालाबों का निर्माण कराया जाता है। इसके लिए इच्छुक किसान ऑनलाइन आवेदन करते हैं, जिसमें से जांच उपरांत जिला स्तरीय चयन समिति के माध्यम से लाभुकों का चयन किया जाता है। जिला मत्स्य पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि वर्ष 2021-22 के लिए 179 ऑनलाइन आवेदन प्राप्त हुए जिनमें से 99 लाभुकों के तालाब निर्माण के लिए कार्य आदेश दिया गया। इसमें से 51 का कार्य पूर्ण हो चुका है।

नगर निगम बिहारशरीफ द्वारा भी नगर निगम क्षेत्र में 15 तालाबों के जीर्णोद्धार का कार्य किया गया है।

जिलाधिकारी ने सभी संबंधित विभागों को योजनाओं की सूची समर्पित करने को कहा ताकि इसे एक जगह विभागवार संकलित किया जा सके। भविष्य में ली जाने वाली योजनाओं के संदर्भ में अब तक वंचित प्रखंड/पंचायत को नियमानुसार प्राथमिकता दी जाएगी।

जिलाधिकारी ने सभी तालाबों के किनारे पौधारोपण का अभियान चलाने का निर्देश दिया।

बैठक में नगर आयुक्त, उप विकास आयुक्त, निदेशक डीआरडीए, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी, सहायक अभियंता लघु जल संसाधन विभाग, जिला विकास शाखा प्रभारी सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।