किऊल नदी के पत्नेश्वर धाम घाट में छठव्रतियों ने लगायी आस्था की डुबकी

जमुई
जनादेश न्यूज़ जमुई
बरहट (धीरज कुमार सिंह) : जमुई में दीपोत्सव के समापन के साथ ही लोक आस्था का महापर्व छठ की तैयारियां शुरू हो गई हैं। आज बुधवार को किऊल नदी के पत्नेश्वर धाम घाट में छठव्रतियों ने स्नान किया । छठ से पूर्व गंगा नदी में स्नान करने का विशेष महत्व माना जाता है। साथ ही इस पर्व के पूर्व नदी स्नान का भी अपना महत्व है। आज इस मौके पर किऊल नदी में सुल्तानगंज के गंगा घाट जैसा नजारा दिख रहा था। जैसा की हम सभी जानते हैं कि छठ हिंदुओं के महत्वपूर्ण त्यौहार में से एक है और पूरे भारत में बहुत ही उत्साह के साथ मनाया जाता है । अब हर गली-मोहल्लों में छठ के पारंपरिक मधुर गीत गूंजने लगे हैं। इस चतुर्थ दिवसीय पर्व के दौरान कार्तिक शुक्ल चतुर्थी से सप्तमी तक घर से घाट तक आस्था और उल्लास छाया रहेगा। उत्थान ज्योतिष संस्थान के ज्योतिषाचार्य पं. दिवाकर त्रिपाठी ‘पूर्वांचली’ के अनुसार इस बार छठ महापर्व 31 अक्तूबर यानी गुरुवार को नहाय-खाय के साथ शुरू होगा। पहली नवंबर को खरना और दो नवंबर को सूर्य षष्ठी का मुख्य पर्व होगा। इस दिन व्रती डूबते सूर्य को अर्घ्य देंगे। पर्व का समापन तीन नवंबर यानी रविवार को उदित होते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ होगा। इसी दिन पारण किया जाएगा। ज्योतिषाचार्य पं. अवध नारायण द्विवेदी ने बताया गुरुवार को भद्रा का योग है उनके अनुसार छठ पर्व कार्तिक शुक्ल पक्ष चतुर्थी, 31 अक्तूवर शनिवार से शुरू होगा जिसका समापन तीन नवंबर रविवार को होगा। इस बार31अक्टूबर गुरुवार को कद्दू भात, 01नवंबर शुक्रवार को महाप्रसाद यानी दूध भात होगा। तीसरा तीसरा मुख्य चरण शनिवार यानी दो नवंबर को सूर्य पष्ठी है जिसमें जलस्रोतों में जाकर संध्या काल में सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। फिर रविवार को उदयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ इस पर्व का समापन होगा। इस पर्व के मद्देनजर भाजपा जिला उपाध्यक्ष सुबोध कुमार सिंह द्वारा घाट की साफ-सफाई कराई गई। इस दौरान विमल कुमार, मनीष कुमार सिंह ,सोनम कुमार सिंह ,मंटू कुमार सिंह, शंभू सिंह आदि मौजूद रहे।