अल्पवृष्टि को देखते हुए जिला आपदा नियंत्रण कक्ष (06112-233186) 24 घंटे है कार्यरत

नालंदा
जनादेश न्यूज़ नालंदा
 *जिला आपदा नियंत्रण कक्ष में मंगलवार तक नल-जल,चापाकल एवं विद्युत आपूर्ति/ट्रांसफार्मर से संबंधित 33 शिकायत प्राप्त, 11 शिकायतों का किया गया निवारण। शेष का प्राथमिकता से किया जा रहा है निवारण*
*जिलाधिकारी ने नियंत्रण कक्ष में प्राप्त एक-एक शिकायत के निवारण को लेकर की जा रही कार्रवाई की की समीक्षा*
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वर्तमान में अल्प वृष्टि से उत्पन्न स्थिति को देखते हुए जिला आपदा नियंत्रण कक्ष 06112-233186 को 24 ×7 कार्यरत किया गया है।
नियंत्रण कक्ष में दूरभाष के माध्यम से लोगों द्वारा नल जल, चापाकल, पेयजल/कृषि विद्युत आपूर्ति से संबंधित समस्या के बारे में जानकारी दी जा रही है। सभी समस्या को जिला आपदा नियंत्रण कक्ष में पंजी में अंकित किया जा रहा है तथा संबंधित पदाधिकारियों को समस्या के त्वरित निवारण हेतु तत्काल सूचना दी जा रही है।
मंगलवार तक जिला आपदा नियंत्रण कक्ष में विषय वस्तु से संबंधित कुल 33 शिकायत प्राप्त हुए हैं। जिनमें से नल जल समस्या से संबंधित 15, चापाकल से संबंधित 9 तथा पेयजल/कृषि विद्युत आपूर्ति/ट्रांसफॉर्मर से संबंधित 9 शिकायत प्राप्त हुए। इनमें से 11 शिकायतों का निवारण मंगलवार तक संबंधित पदाधिकारियों के माध्यम से कराया जा चुका है।
मंगलवार को देर शाम जिलाधिकारी श्री शशांक शुभंकर ने जिला आपदा नियंत्रण कक्ष में प्राप्त सभी शिकायतों के निवारण को लेकर की जा रही कार्रवाई की समीक्षा की। उनके द्वारा एक एक शिकायत के संबंध में संबंधित विभाग के पदाधिकारियों से की जा रही कार्रवाई को लेकर जानकारी ली गई।
सभी संबंधित विभाग के पदाधिकारियों को प्राप्त शिकायतों को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए त्वरित निराकरण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
चापाकल की मरम्मती हेतु पीएचईडी को पंचायतवार निर्धारित प्राथमिकता सूची रोस्टर के अनुरूप सभी चापाकलों की मरम्मती सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। नए चपाकलों के अधिष्ठापन के लिए प्राथमिकता सूची के अनुरूप तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता को दिया गया। जहां भी तत्काल आवश्यकता हो वहां टैंकर से पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
जिला आपदा नियंत्रण कक्ष द्वारा निरंतर एक-एक शिकायत के निवारण को लेकर संबंधित पदाधिकारियों के साथ फॉलोअप किया जा रहा है। जहां भी समस्या के निराकरण के बारे में संबंधित पदाधिकारियों के स्तर से जानकारी दी जा रही है, वहां शिकायतकर्ता से दूरभाष के माध्यम से संपर्क कर फीडबैक प्राप्त किया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने निवारण हेतु लंबित सभी शिकायतों तथा आगे प्राप्त होने वाले शिकायतों को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए निराकरण सुनिश्चित करने का निर्देश सभी संबंधित विभागों के पदाधिकारियों को दिया।
बैठक में नगर आयुक्त, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, जिला आपदा शाखा प्रभारी, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी, नगर निकायों के कार्यपालक पदाधिकारी सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।