स्कूल में आराम फरमाते शिक्षक, परीक्षा का संचालन भगवान भरोसे

जमुई
जनादेश न्यूज़ जमुई
गिद्धौर (अजित कुमार यादव) : इस तस्वीर को गौर से देखिए यह सरकारी विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों की विद्यालय के बच्चों के शिक्षा के प्रति गंभीरता को साफ बयां कर रही है। स्थिति यह है कि विद्यालय में शिक्षक बच्चों को शिक्षा देने नहीं बल्कि आराम फरमाने के लिए विश्राम गृह समझकर जाते हैं। इसका जीता जागता उदाहरण उत्क्रमित मध्य विद्यालय सोहजना में कार्यरत एक शिक्षक हैं। इस विद्यालय में पदस्थापित शिक्षक शत्रुघन भक्त बच्चों के वर्ग कक्ष के बरामदे पर आराम से नींद फरमा रहें हैं। जबकि वर्ग कक्ष में बच्चे परीक्षा देने बैठे हुए हैं। सरकारी विद्यालय में कार्यरत शिक्षक की इस तरह की कार्यशैली को देखने वाला शिक्षा विभाग में कोई नहीं है। ऐसे ही शिक्षकों के कारण सरकारी विद्यालयों के कार्यकलापों पर प्रश्न चिन्ह खड़ा होता रहता है। इससे सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था भी प्रभावित होती है। बताते चलें कि उक्त विद्यालय में प्रधानाध्यापक के अलावे तीन शिक्षक एवं 2 शिक्षिकाएं कार्यरत हैं। शिक्षा विभाग द्वारा परीक्षा को लेकर शिक्षकों को कई प्रकार के गाईड लाइन भी जारी किए गए हैं। लेकिन ऐसे शिक्षक शिक्षा विभाग के गाईड लाइन को धत्ता बताकर मनमाने तरीके से कार्य कर रहे हैं।