रजौली (नवादा) प्रखंड के हरदिया पंचायत अंतर्गत चिरैला गांव स्थित नेताजी सुभाषचंद्र बोस आवासीय छात्रावास मध्य विद्यालय चिरैला में उनकी पुण्यतिथि पर तैलीय चित्र पर पुष्प अर्पित कर भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी गई है।इस दौरान शिक्षकों ने छात्राओं को बताया कि असाधारण क्रांतिवीर नेता जी के नाम से लोकप्रिय सुभाषचंद्र बोस की कथित पुण्यतिथि 18 अगस्त को मनाई जाती है।नेताजी ने स्वतंत्रता आन्दोलन को देश से बहार की सीमाओं से बहार ले गए।उनका जय हिन्दी दिल्ली चलो तुम मुझे खून दो- मैं तुम्हें आजादी दूँगा का जादुई और प्रेरणादायी नारा आज तक हमारे कानों में गुजकर हृदय में देश प्रेम की लहरे पैदा करता है।नेताजी श्रीमद्भगवद्गीता के गहराई से प्रेरित रहे थे।इसी कारण स्वतंत्रता समानता राष्ट्रभक्ति के लिए उनके संघर्ष को भुलाया नहीं जा सकता।इन महान स्वतंत्रता सेनानि की कुर्बानि को याद करते हुए वर्तमान भारत सरकार द्वारा समग्र शिक्षा अभियान के तहत राज्यों के पिछड़ा वंचित क्षेत्र में नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय छात्रावास खोला गया है।इस छात्रावास में अभिवंचित वर्ग के छात्र एवम घुमंतू भीख मांगने वाले कूड़ा बीनने वाले बेसहारा व अनाथ बच्चों को रखा जाता है।इन बच्चों को शिक्षा के साथ मार्शल आर्ट,संगीत, खेलकूद की गतिविधियां भी कराई जाती है।बच्चों के लिए पाठ्य पुस्तकों, यूनिफार्म,बिस्तर, फर्नीचर, खेल एवं शिक्षण सामग्री आदि दी जाती है।इस छात्रावास का संचालन प्रधानाध्यापक सोमनाथ के देखरेख में संचालन की जा रही है।वहीं ओम प्रकाश आर्य वार्डन,रात्रि प्रहरी रविंद्र कुमार, शिक्षक राजीव कुमार और अमृत रंजन आज नेताजी को याद करते हुए उनकी पुण्यतिथि पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी गई है।