जमुई (उपेन्द्र तिवारी) : “साईकिल यात्रा एक विचार” ने तमाम बाधाओं से लड़ते हुए और अनवरत अपने लक्ष्य की ओर कदम बढ़ाते हुए आज दो सौवीं यात्रा पूरी की। युवाओं द्वारा 10 जनवरी 2016 को शुरू किया एक छोटा प्रयास आज अनवरत छठ जैसे त्योहार में भी नहीं रुका और अपनी यात्रा का दोहरा शतक पूरा कर लिया। इस ऐतिहासिक क्षण में इस मंच के सदस्यों द्वारा जमुई ब्लाक परिसर से जमुई नगर परिषद के वार्ड संख्या 7 एव 8 में साईकिल यात्रा निकाली गई जो सिरचंद नवादा पहुँच कर खत्म हुई। इस अवसर पर सिरचन्द नवादा में सुखदेव तांती, साधुशरण साह, उपेन्द्र तिवारी सहित कई ग्रामीणों के निजी जमीन पर लगभग 30 पौधे लगाये गए। इस अवसर पर इस मंच के सदस्यों के द्वारा बताया गया कि इससे जुड़े सदस्यों द्वारा फिजूल खर्ची पर लगाम लगाकर स्वस्थ एवं सुरक्षित समाज बनाने में एक छोटा सा प्रयास किया जा रहा है। इन युवाओं द्वारा यह प्रयास न केवल पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रयास किया जा रहा है बल्कि सामजिक कार्य करने में भी ये युवा पीढ़ी बढ़चढ़ कर भाग ले रही हैं। इन युवाओं के अनुसार इन लोगों ने हाल ही में 200 परिवार के साथ अपनी दीपावली मनाई व जरूरतमंद लोगों में कपड़ा और शिक्षण सामग्री भी वितरित किया। ये युवा अपना रक्त दान करने में भी पीछे नहीं रहते हैं। अपने मिशन के बारे में मंच के सदस्य संदीप कुमार रंजन ने बताया कि इस मुहिम की 200 यात्रा आसान नहीं रही है। इस मंच को हमेसा आर्थिक कमी से दो चार होना पड़ता है, साथ ही कुछ लोगों के नकारात्मक कॉमेंट का भी सामना करना पड़ता है। हम युवाओं को 46-47 डिग्री वाली गर्मी से भी जूझना पड़ता है। साथ ही 6 डिग्री वाली कड़ाके की सर्दी और मूसलाधार वर्षा का भी सामना करना पड़ता है। इस क्रम में इस मंच के एक सदस्य सचिराज पद्माकर ने बताया कि हमारे मंच के अथक प्रयास से अब हमें न केवल जमुई में बल्कि दूसरे जिलों और राज्योंमें यहाँ तक कि दूसरे देशों में भी पहचान मिल रही है। हमारे मंच को अब तक इस कार्य के लिए 16 जिला/राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अवार्ड मिल चुका है। साथ ही श्रीलंका में देश का प्रतिनिधित्व करने का भी अवसर इस मंच को मिल चुका है। इस अवसर पर सिरचंद नवादा में उपस्तिथ शिक्षक उपेन्द्र तिवारी ने लोगों को पर्यवारण संरक्षण के लिए जागरूक करते हुए कहा कि हमें अपने त्योहारों को मनाने के साथ साथ पर्यावरण संरक्षण व स्वास्थ्य का भी हमेसा ख्याल रखना चाहिए। यदि हमने ऐसा नहीं किया तो वर्तमान समय में जो हालात दिल्ली में पैदा हुई है वह यहाँ भी पैदा हो सकती है। अतः हमें पटाखा जलाने से परहेज करना चाहिए और अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए। आज की यात्रा में इस मंच के सदस्य- संदीप कुमार रंजन, हरेराम कुमार सिंह, सचिराज पद्माकर, आकाश कुमार, रंधीर कुमार, विनय कुमार तांती, लड्डू मिश्रा तथा रमन कुमार आदि ने भाग लिया।