रजौली (नवादा) प्रखंड क्षेत्र में सड़क पर मौत को दावत दे रही ईट से लदी ट्रैक्टर की ट्रालियां।बात चाहे रजौली शहरी क्षेत्र की करें अथवा ग्रामीण क्षेत्र की, हर जगह ट्रैक्टर की ट्रालियां यातायात नियमों की धज्जियां उड़ा रही है।वहीं जिम्मेदार लोग हाथ पे हाथ धरे खामोश बैठे हैं।ट्रैक्टर में इस्तेमाल होने वाली ट्रालियां और उस पर होने वाले ओवरलोडिंग परिचालन पर परिवहन विभाग कार्रवाई नहीं कर रहा है।गौरतलब हो कि ट्रैक्टर की ट्रालियों का रजिस्ट्रेशन कृषि कार्य के लिए होता है,लेकिन यहां तो कृषि कार्य के बजाए ट्रालियों का इस्तेमाल व्यवसायिक कार्य में किया जा रहा है।ट्रालियों पर ओवर लोडिंग की जाती है।रजौली क्षेत्र में संचालित ईंट भट्ठों से लगातार ट्रैक्टर की ट्रालियों में ईंटों का ओवर लोडिंग परिवहन किया जाता है।बिहार-झारखंड राजमार्ग 20 के अलावे बाजार के बीचों-बीच मुख्य सड़क होकर ईंटों का ओवर लोडिंग परिवहन किया जाता है।जिस कारण सड़क दुर्घटना की हमेशा आशंका बनी रहती है।ट्रैक्टर ट्रॉली में एक हजार ईंटों के बदले चौदह सौ से भी अधिक ईंटों को लाद कर ढोए जाते हैं।जिसके बाद द्रुतगति से चालक गंतव्य स्थल की ओर ट्रैक्टर को लेकर भागना शुरू करते हैं ताकि पुनः लोडिंग के लिए जल्दी लौट भी सके।इसी दौरान ट्रैक्टरों के दोनो साइड और पीछे-पीछे चलने वाले साइकिल,बाइक सवार ओटो,टोटो या पैदल राहगीरों को जान पर खतरा महसूस होने लगता है।क्योंकि ट्रॉली से ईट छिटक कर सड़क पर गिरने लग जाएगी और तब सड़क दुर्घटना का शिकार होकर राहगीर की मौत तक संभव है।इसलिए परिवहन विभाग के साथ ही साथ पुलिस प्रशासन को इस ओर बिलकुल ही ध्यान देने की जरूरत है ताकि ट्रैक्टर चालक और मालिकों की मनमानियों पर रोक लगाई जा सके तथा सही तरीके से यातायात नियमों का पालन हों और लोग सड़कों पर खुद को सुरक्षित भी महसूस कर सकें।