जनादेश न्यूज़ जमुई
चकाई(अमित कौशिक/रोहित कुमार) प्रखंड के रामसिंहडीह पंचायत के मुखिया कार्तिक पासवान व पूर्व मुखिया राजेश सिंह के द्वारा केबाल गांव में बीते दिनों दो घरों में आपस में ही झगड़ा हो जाने के कारण मामला थोड़ा गंभीर हो गया था लेकिन मुखिया जी ने अपने सूझबूझ के साथ मामले को शांत करा दिया। इस बात को लेकर कहा जा सकता है कि लोकसभा ना विधानसभा सबसे बड़ा ग्राम सभा इस बात की सार्थकता को साबित करते हुए मुख्य कार्तिक पासवान ने अपने घर के झगड़ों को ही घर में ही शांत कर दिया ताकि कहीं से भी कोई मामला बाहर ना उजागर हो अपने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने भी बहुत पहले यह बात कही थी कि जब ग्राम पंचायत का गठन हो तो ग्रामीणों के बीच का झगड़ा गांव के मुखिया अपने घर में ही निपटा दें ताकि बाहर जाकर लोगों को केस मुकदमा का सामना ना करना पड़े। कुछ इसी तरीके से मुखिया जी ने अपने स्तर से झगड़े को शांत कराया और फिर सबों को अपने-अपने घर भेज दिया। जरूरत है कि गांव में जब भी इस तरह का वाद विवाद हो तो हर ग्राम के जनप्रतिनिधि को चाहिए कि ग्रामीण इधर उधर ना भटके बल्कि गांव में ही पंचायत लगाकर एक सही निर्णय पर जाएं और सार्थक फैसला सुनाएं।