गिद्धौर (अजित कुमार यादव): आजादी के एक दशक बीत जाने के बाद भी गिद्धौर प्ररवंड के रतनपुर पंचायत के सरसा गाँव में आज तक कोई सुधार नही हुआ है।रतनपुर पंचायत के सरसा गाँव के लोग आज भी शुद्ध पेयजल,स्वास्थ,बिजली व सड़क जैसे मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। बहरहाल स्थिति यह है कि अपने सुनहरे भविष्य की आस लगाये बैठे इस सरसा गाँव के लोग अपने विकास के लिए उद्धारक की आस लगाये बैठे है। बताते चले कि सरसा गाँव के लोगों के आवागमन की सुविधा को सुगम बनाने को ले जिला प्रशासन द्वारा योजनाओं के तहत खासकर मनरेगा से कई बार यहां सड़क बनाया गया था। लेकिन इस गाँव में आवागमन को लेकर निर्माण कार्य के नाम पर विभागीय अभिकर्ताओं एंव मनरेगा के संवेदकों द्वारा गुणवतापूर्ण कार्य नही किये जाने के कारण आजतक सड़क की स्थिति दयनीय बनी हुई है।बारिश आते ही प्रखंड मुख्यालय से गाँव तक जानेवाली मुख्य सड़क कीचड़ में तब्दील हो जाती हैसड़क मरम्मत को लेकर किसी ने भी नही की ठोस पहल- सरसा गाँव निवासी सुबोध भगत,प्रकाश भगत,दुर्गा भगत,ओंकार यादव,रोहित यादव,मनोज शाह,मुकेश शाह,चुनचुन मोदी,मुन्ना शाह,उपेन्द्र भगत,ललन पासवान,शिशु यादव,मोती यादव,योगेश्वर भगत,विनोद मोदी,सुभाष कुमार,रमेश रावत आदि ग्रामीणें की माने तों कई बार इस टोला में स्थानीय पदाधिकारीयों का आना जाना भी हो चुका है।लेकिन हमलोगों को मुख्यालय से जोडनेवाली गाँव में बनी इस मुख्य सड़क के मरम्मत व सुधार कार्य को ले किसी ने भी कोई ठोस पहल नही किया है।जिसकी वजह से हमलोग नारकीय जीवन जीने को विवश है।इनलोगों ने बताया कि बारिश के मौसम आने से पूर्व में भी हम ग्रमीणों द्वारा अपने गाँव के बदहाल पड़े सड़क की सूचना प्रखंड स्तर के पदाधिकारियों व स्थानीय जनप्रतिनिधियों को कई बार दे चुके है।लेकिन किसी ने हमारी इस समस्या की और आज तक कोई ध्यान नही दिया,जिसकी वजह से बारिश के दिनों में भी हम सभी ग्रमीणों का गांव से बाहर आना जाना दूभर हो जाता है