मछली मारने के विवाद में पुलिस की कार्यशैली से नाराज ग्रामीणों ने किया सड़क जाम

जमुई
जनादेश न्यूज़ जमुई
जमुई ( उपेन्द्र तिवारी ) : जिले के खैरा थाना क्षेत्र अंतर्गत खैरा गांव से पूर्णाखैरा गांव लौट रहे एक युवक की कुछ युवकों द्वारा पिटाई करने के विरोध में लोगों ने सड़क जाम कर दिया। इस संदर्भ में लोगों का कहना है कि कई बार सुरक्षा की गुहार लगाने के बावजूद खैरा थाना की पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया। पुलिस की कार्यशैली से नाराज पूर्णाखैरा गांव के ग्रामीणों ने सड़क पर घायल युवक बिदु सिंह को रखकर एनएच 333ए को जाम कर दिया। इस कारण यातायात पूर्णतः ठप्प हो गया और सड़क के दोनों ओर छोटे बड़े वाहनों की लंबी कतार लग गई जिससे हजारों लोग शाम पांच बजे से लगभग चार घंटे तक जाम में फंसे रहे। ग्रामीणों द्वारा सड़क जाम किए जाने की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे जमुई के एसडीपीओ, एसडीओ,बीडीओ एवं खैरा थाना प्रभारी को ग्रामीणों केभारी विरोध का सामना करना पड़ा। इधर घायल बिन्दु सिंह ने बताया कि कल पूर्णाखैरा में मछली मारने के दौरान खैरा और पूर्णाखैरा गांव के युवकों के बीच झड़प हुई थी। उसी बात को लेकर सिर्फ ग्रामीण होने के नाते मेरे साथ मारपीट किया गया जबकि उस झड़प से मेरा कोई लेना देना नहीं था। सड़क जाम कर रहे ग्रामीणों का आरोप है कि खैरा गांव से आने जाने पर पहले भी कई बार ग्रामीणों द्वारा मारपीट की घटनाओं को अंजाम दिया गया है। जिससे पूर्णा खैरा गांव के ग्रामीण असुरक्षित महसूस करते हैं और इसकी सूचना खैरा थाना को पहले भी कई बार दी गई है। लेकिन पुलिस के द्वारा अभी तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई है। ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि खैरा थाना में पदस्थापित एएसआई बृजमोहन सिंह हमेशा शराब पिए रहते हैं एवं खैरा थाना की गाड़ी के चालक ब्रिटिश यादव के साथ मिलकर शराब माफियाओं एवं बालू माफियाओं को खुली छूट देकर लोगों को दोहन कर रहे हैं।
ग्रामीणों की लिखित शिकायत मिलने के बाद एसडीपीओ रामपुकार सिंह ने मौके पर ही खैरा थाना के एएसआई बृज मोहन सिंह को निलंबित करने का आदेश दिया। साथ ही युवक की पिटाई करने वाले लोगों को चिन्हित कर शीघ्र ही गिरफ्तार करने का ग्रामीणों को भरोसा दिया। इसके बाद लगभग नौ बजे रात में यातायात बहाल किया जा सका। इसके बाद घायल युवक को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। सूचना मिलने पर जमुई के पुलिस अधीक्षक डॉक्टर इनामुल हक मेंगनू भी सड़क जाम स्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों को भरोसा दिया कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।