नवादा (रवीन्द्र नाथ भैया) : बिस्कोमान के जिला भंडार में इन दिनों खाद लेने के लिए किसानों की लंबी कतार देखी जा रही है। काउंटर से खाद लेने के लिए किसान आपाधापी कर रहे हैं। बड़ी संख्या में किसान कतार में लगकर खाद लेने के लिए जुटे थे। इस दौरान अनेक किसानों ने शिकायत किया कि यहां से खाद की कालाबाजारी की जा रही है। वास्तविक किसानों को खाद नहीं दिया जाता है। दरियापुर के किसान रामचंद्र प्रसाद, खैरा के मिसरी यादव, दिनेश यादव, सिकंदरा के महेश प्रसाद, उमेश कुमार ने बताया कि वे सुबह से कतार में लगे हैं। दोपहर 11 बजे तक खाद नहीं दिया जा रहा है। अन्य किसानों ने कहा कि किसी को 5 बोरा तो किसी को एक भी बोरा यूरिया खाद नहीं दिया जा रहा है। इस पूरे मसले पर बिस्कोमान के सेल्स मैन श्रीकांत शर्मा ने बताया कि नियमानुसार ही खाद दिया जा रहा है। किसान खुद ही व्यवस्था को खराब करते हैं। सभी लोग यदि इमान्दारी रखें तो सबको बराबर-बराबर खाद मिल जाएगा। उन्होंने बताया कि 2 नवंबर को 1200 पैकेट खाद उपलब्ध कराई गई है। बीते मंगलवार को 235 पैकेट खाद बिकी। जबकि दोपहर तक खाद लेने का काम जारी था। उन्होंने बताया कि आवंटन कम मिलने से भी खाद की किल्लत है। किसान धैर्य के साथ खाद लें तो कोई दिक्कत नहीं होगी। हो हल्ला के बीच सेल्समैन ने बाद में सभी उपस्थित किसानों से उनका आधार कार्ड जमा लिया। तब जाकर किसान शांत हुए। बिस्कोमान में खाद की कीमत सस्ती रहती है। डीएपी की एक पैकेट 12 सौ रुपये व यूरिया 265 रुपये में मिलता है। जबकि एपीएस 975 रुपये में बिकता है।