“टूटे हुए दिलों की दुआ मेरे साथ है,दुनिया तेरी तरफ है,खुदा मेरे साथ है तेरे दर पे सिर झुकाया हूँ भगवन.और कहीं झुकने न देना”
बिहारशरीफ (राजीव रंजन) : सच्ची मानवता एवं सामाजिकता का परिचय देते हुए बिहारशरीफ किशोर न्याय परिषद के न्यायधीश मानवेंद्र मिश्र ने अपनी नववर्ष की शुरुआत बाल गृह में रक्षित अनाथ बच्चों संग बांटी जिनके सर पर माता पिता का साया नहीं है और अनाथ आश्रम में रक्षित होकर अपनी जिंदगी को जी रहे हैं. नववर्ष के दिन अनाथ बच्चों के पास जज मानवेंद्र मिश्र की खुशियां उत्साह लेकर पहुंची होगी जो उन अनाथ बच्चों के लिए मां पिता सा प्यार दिया. अपने पूर्व जन्म के संचित कर्मों के अनुसार उन्हें भले ही माता पिता का प्यार नहीं मिल पा रहा हो, लेकिन वर्ष के शुरुआत के दिन जब उन्हें क्षणिक सुख के लिए जज मानवेंद्र मिश्र के हाथों मिठाई खाकर मां की ममता और पिता के प्यार का एहसास हुआ तो बच्चे काफी उत्साहित दिखे. वैसे बच्चे जिनके सर पर न मां का आंचल है ना पिता का साया वैसे बच्चे जो गरीबी की मार से बाल मजदूरी से छूटकर बाल गृह में अपना जिंदगी जी रहे हैं. उन अनाथ बच्चों के बीच जब खुशियां ले कर जज मानवेंद्र मिश्र पहुंचे तो अनाथ बच्चे काफी उत्साहित दिखे. आपको बताते चलें कि जिला मुख्यालय बिहारशरीफ के कमरुद्दीन गंज स्थित समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित बाल गृह में बच्चों के बीच नववर्ष के दिन किशोर न्याय परिषद के न्यायधीश मानवेंद्र मिश्र ने अपने हाथों से मिठाई खिलाकर उन्होंने अपने नववर्ष की शुरुआत की. इस अवसर पर श्री मिश्र ने अपने हाथों से अनाथ बच्चों को मिठाई खिलाकर उन्हें मां पिता सा प्यार दिया जिससे बच्चे काफी खुश दिखे इतना ही नहीं जज मानवेंद्र मिश्रा ने बच्चों के बीच, टॉफी,बिस्किट खुद अपने हाथों से बांटे .इस मौके पर जज मानवेंद्र मिश्र ने कहा कि नव वर्ष के शुभारंभ के मौके पर अनाथ बच्चे के चेहरे पर खुशी ही हकीकत में नए वर्ष की खुशियां हैं . उन्होंने कहा कि समाज के बीच यह एक छोटा संदेश है कि अपनों की तरह इन अनाथ बच्चों के साथ भी अपनापन का व्यवहार हो और इनका बेहतर विकास किया जा सके . बाल गृह में रक्षित वैसे बच्चे जो अपने जन्म के बारे में नहीं समझ पाते हैं कि मेरा जन्म कब हुआ था तो इनको दिल में एक अवसाद की भावना ग्रसित ना हो और बेलफेयर स्टेट होने के नाते समाज की जिम्मेवारी बनती है कि हम इन बच्चों का शारीरिक और मानसिक ढंग से विकास करें और समय-समय पर अपनी खुशियां उनके साथ बांटे. उन्होंने कहा कि नववर्ष के दिन अपनी खुशियां इन अनाथ बच्चों के संग बांट रहा हूं ताकि इन्हें मां पिता की कमी महसूस ना हो. आपको बताते चलें कि जज मानवेंद्र मिश्र किशोर अपराध के मामले में कई अनोखी और चर्चित फैसले सुना चुके हैं और किशोर अभियुक्तों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने तथा उन्हें सामाजिकता और समाज की उस हकीकत को पहचानने का मौका भी दिया. ताकि किशोर समाज की मुख्यधारा से जुड़ कर स्वावलंबी बनकर खुद को एक बेहतर नागरिक बना सके और कुछ इसी तरह समाज सेवा के भाव से समाज में आगे बढ़ता रहे. इस मौके पर बाल कल्याण के ब्रजेश मिश्रा, उत्तम कुमार,हेमंत कुमार, प्रमोद कुमार,पंकज कुमार अविनाश कुमार मौजूद रहे.