प्लस टू उच्च विद्यालय धोबघट में अभिभावकों एवं ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन,ग्रामीणों ने वर्तमान झाझा विधायक एवं जमुई सांसद पर लगाया मामले को जानबूझकर अनदेखा करने का आरोप।

जमुई
जनादेश न्यूज़ जमुई 
गिद्धौर (अजित कुमार यादव)  वर्ष 2007 से शिक्षा विभाग द्वारा उपेक्षित प्रखंड के प्लस टू उच्च विद्यालय धोबघट में उच्च शिक्षा से वंचित छात्रों के अभिभावक एवं ग्रामीणों ने गुरुवार को शिक्षा विभाग के खिलाफ़ जमकर कर प्रदर्शन कर नारेबाजी की।इस इलाके के मौरा,बन्धौरा,धनियांठिका,अलखपूरा,गरमजरुआ, निजुआरा, शिमरिया,गेरुआडीह, कुमरडीह, उपरी कोल्हुआ एवं धोबघट के ग्रामीण व अभिभावक व ग्रामीणों ने प्रदर्शन के दौरान शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों एवं वर्तमान झाझा विधायक व जमुई सांसद के खिलाफ जमकर नारेबाजी की । व उनपर उक्त मामले पर जानबूझकर अनसुना करने का आरोप लगाया।जिसको लेकर गुरुवार को उक्त गांवों के 11 वीं  व 12 वीं के नामांकित छात्र छात्राओं के अभिभावक व ग्रामीण प्लस टू उच्च विद्यालय धोबघट पहूंच स्कूल प्रबंधन व शिक्षा विभाग को जमकर कोसा व विद्यालय की इस दुर्दशा पर व वर्षों से सैंकड़ो छात्र छात्राओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने व उनके भविष्य से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया।
प्रदर्शन कर रहे ग्रामीण व अभिभावक महेश्वर सिंह,धनंजय कुमार,रंधीर कुमार, आर टी आई कार्यकर्ता विमल मिश्रा,  काजल सिंह काजू,बुद्धू मांझी,प्रफ्फुल कुमार सिंह,गणेश यादव,उमेश यादव,पद्मेश कुमार,सिंह,युवा समाजसेवी कुणाल सिंह,विक्रांत कुमार,पप्पू कुमार,गुड्डन सिंह,अमर झा,नारायण झा,शोनु सिंह,जीतेन्द्र कुमार सहित दर्जनों ग्रामीण व अभिभावको ने बताया की वर्ष 2007 से ही स्कूल भवन अधूरा व जीर्ण शीर्ण है जिस पर जिले के आलाधिकारी सहित वर्तमान जनप्रतिनिधि जानबूझकर आंख मूंदे बैठे है।जबकि हम ग्रामीणों द्वारा स्कूल प्रबंधन,शिक्षा विभाग व जिले के तमाम पदाधिकारियों एवं पूर्व से लेकर वर्तमान झाझा विधायक एवं जमुई सांसद से कई बार लिखित एवं मौखिक गुहार लगा तक हार चुके है। लेकिन आज तक इस ओर किसी ने ध्यान देना मुनासिब नही समझा।प्रदर्शन कर रहे ग्रामीण एवं अभिभावकों ने कहा की आगामी 9 जनवरी को रतनपुर के कोसमा आहर पर मुख्यमंत्री की संभावित जल जीवन हरियाली यात्रा के दिन आधा दर्जन से अधिक गांवो के सैंकड़ों अभिभावक व ग्रामीण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष धरना व प्रदर्शन करेंगे जिसकी तैयारी की जा रही है।तब जाकर ही हमारे बच्चों को उच्च शिक्षा पाने का सपना साकार हो सकेगा।