गिद्धौर (अजित कुमार यादव) :जिला व स्थानीय प्रशासन के अवैध बालू उठाव को लेकर की जा रही तमाम कवायदों को धत्ता बताते हुए बालू का अबैध कारोबार जारी है। प्रखंड में बालू माफियाओं के हौसले आज भी बुलंद हैं। इसका ताजा उदाहरण थाना क्षेत्र के रतनपुर पंचायत में महीनों से चल रहा अवैध बालू उत्खनन है। बताते चलें कि गिद्धौर प्रखंड के रतनपुर अभय कुंज घाट, सोहजाना घाट, भौराटांड घाट, यूको बैंक रतनपुर बालू घाट से रात के अंधेरे में बालू माफियाओं द्वारा धड़ल्ले से बालू की तस्करी की जा रही है। प्रशासनिक डर से बेपरवाह बालू माफियाओं को न तो स्थानीय प्रशासन का और न ही जिला प्रशासन का कोई भय है। बहरहाल स्थिति यह है कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश के विपरीत प्राकृतिक खनिज संपदाओं के संरक्षण के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए रतनपुर नदी से रात के अंधेरे में अवैध बालू का खेल बदस्तूर जारी है। इधर पंचायत क्षेत्र में अबैध बालू उठाव पर रतनपुर के दर्जनों बुद्धिजीवी एवं ग्रामीणों ने जिला पदाधिकारी व पुलिस अधीक्षक से इस क्षेत्र में हो रहे बालू उठाव पर अविलंब रोक लगाने की मांग की है। साथ ही ग्रामीणों ने अवैध उठाव को लेकर रोष प्रकट करते हुए कहा कि हम लोंगो के गांव की गलियों से रात में बालू लदे ट्रेक्टर अवैध बालू लाद फर्राटा भरते हैं। जिसके कारण लोगों की नींद हराम हो रही है। जिससे हमारा जीना मुहाल हो गया है। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि स्थानीय पुलिस प्रशासन के शिथिल रवैये के कारण अवैध कमाई के चक्कर में किसी भी दिन गांव के ग्रामीण बालू लदे बेलगाम चल रहे वाहनों की चपेट में आकर दुर्घटना के शिकार हो सकते हैं। इधर अवैध बालू उत्खनन के इस खेल में सरकार को रोज लाखों रुपये के राजस्व का चूना लग रहा है। वहीं इस अवैध बालू उठाव से बालू माफियाओं का पौबारह है। सूत्र बताते हैं कि उक्त नदी घाट से उठाव किये गए बालू को लक्ष्मीपुर प्रखंड तक भी पहुंचाया जाता है। बताते चलें कि शाम ढलते ही अवैध बालू का खेल शुरू हो जाता है।