दुघारू पशुओं के लिए हरा चारा बनाने का आसान तरीका

नवादा

जनादेश न्यूज़ नेटवर्क

रजौली (नवादा) प्रखंड क्षेत्र में क्षेत्र बरसात के दिनों में दुधारू पशुओं को हरा चारा खिलाना बहुत जरूरी है।इससे पशु की दूध देने की क्षमता बनी रहती है।इस मौसम में हरा चारा पशुओं के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।किसान हरे चारे के रूप में मक्का,दुलदुलिया आदि फसलें उगाकर अपने पशुओं के लिए हरे चारे की व्यवस्था कर सकते हैं।खास बात यह है कि यह चारा पशुओं के लिए पौष्टिक होता है।इसके अलावा पशु की दूध देने की क्षमता भी अच्छी रहती है।इसे जानवर बड़े स्वाद से खाते हैं।वर्षा ऋतु में पशुओं के आहार में यदि हरे चारे की मात्रा अधिक तथा सूखे चारे की मात्रा कम रखी जाये तो बेहतर परिणाम प्राप्त होते हैं।यदि आप मक्का जैसी फसलों की खेती करते हैं तो आप साल भर जानवरों को हरा चारा खिला सकते हैं।मक्के और दुलदुलिया में एक प्रोटीन युक्त पौष्टिक हरा चारा है।इसमें प्रोटीन की मात्रा 17 से 48 प्रतिशत तक पाई जाती है।ऐसे में यह पशुओं के लिए बहुत फायदेमंद है और दूध की मात्रा बढ़ाने में सहायक है।

मक्के फसल की चारे की किस्में होती

मक्के का चारा नरम और पशुओं के लिए बहुत अच्छा माना जाता है।इसे जानवर बड़े स्वाद से खाते हैं।हरे चारे के लिए इसे 50 प्रतिशत जीरा अवस्था में काट लेना चाहिए।मक्के में चारे के साथ-साथ शिशु मक्का भी उपलब्ध होता है।यदि इन किस्मों के बीज उपलब्ध नहीं हैं तो किसान संकर,गंगा-11 या मिश्रित मक्का, किसान, विजय किस्मों की भी बुआई कर सकते हैं।संकर मक्के की दूसरी पीढ़ी के बीज भी चारे के रूप में बोये जा सकते हैं।हरे चारे के लिए उगाई गई फसल की कटाई 50 प्रतिशत परिपक्वता अवस्था तक पहुंचने से लगभग 50 से 55 दिन पहले की जाती है।अच्छे फसल प्रबंधन से मक्के की इन किस्मों से प्रति हेक्टेयर 400 से 450 क्विंटल हरा चारा प्राप्त किया जा सकता है।

पशुओं के लिए पौष्टिक चारा इन तरीके से तैयार करें

पशुओं के लिए हरा चारा तैयार करने के लिए किसानों को मक्का और दुलदुलिया की पतली डंडियों को पकने से पहले ही काट लेना चाहिए।इसके बाद इसे छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लेना चाहिए।इसके बाद इन कटे हुए टुकड़ों को तब तक सुखाना चाहिए।जब तक इनमें लगभग 15 से 18 प्रतिशत नमी न रह जाए।जब तना सूखने के बाद टूटने लगे तो किसानों को इसे अच्छे से पैक करके सुरक्षित स्थान पर रख देना चाहिए।अब यह चारा प्रतिदिन पशुओं को खिलाया जा सकेगा।