दीपावली में चाइनीज लाईट का करें बहिष्कार:सूर्यवत्स

जमुई
जनादेश न्यूज़ जमुई
झाझा (शक्ति प्रसाद शर्मा) : शहर में लगातार समाजसेवी सूर्यवत्स ने धनतेरस के अवसर पर चाईनीज लाईट का उपयोग ना करने की अपील करते हुए मिट्टी के दीप की खरीदारी कर दीपावली मनाने के लिए झाझा के बरमसीया से शुरुआत किया।जिस तरह से वर्षा रानी नाराज हैं,मानो कुम्हार लोगों के आशा पर पानी फेर दिया हो। ये समाज के लोगों की ओर बड़े ही आशा भरी निगाहों से देख रहें हैं कि इस पर्व में दीपों के त्यौहार को कैसे मनायेंगे।ऐसे त्यौहार को दीपों का त्यौहार कहा जाता है ना कि लाईटों का त्यौहार।सूर्यवत्स ने कहा की धार्मीक मान्यता है की भगवान राम जब वनवास से अयोध्या वापस आये तो उनके स्वागत में अयोध्या नगरी को दीपों से सजाया गया था ना कि लाईट से। हिन्दू रीति-रिवाजों के अनुसार किसी प्रकार की पूजा अर्चना में भी मिट्टी का दीपक जलातें हैं वहीं दुसरी ओर धन की लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए मिट्टी के दिये जलाते हैं। फिर सूर्यवत्स ने बताया कि हमारे समाज की सुन्दरता है कि हर पर्व के बहाने किसी धर्म,वर्ग,जाति की मदद की जाती है।लेकिन इस पर्व से सम्बन्ध रखने वाला कुम्हार समाज आज अपने परिवार का भरण-पोषण बड़ी मुश्किल से कर पाते हैं।हम अपनी परम्परा,संस्कृति को कायम रखते हुए, दीपावली जैसे त्यौहार पर मिट्टी के दीप जलाकर हम मानायें और इस समाज को जुड़े रहने में मदद पहुंचायें ताकि ये लोग कारोबार करते रहें और आगे बढ़ते रहें। सूर्यवत्स ने बताया कि जहां आज बेरोजगारी चरम पर है और इनको कोई कामकार बनाना मुश्किल जान पड़ता है,तो वहीं इस कारोबार से जुड़े लोगों को हम बेरोजगार बना दें,यह बिलकुल गलत है बल्कि हमें बढ़ावा देना चाहिए इनको कि इस कारोबार को आगे ले जायें ना कि लाईटों से जूड़े कारोबारियों को जो मल्टी नेशनल कम्पनी के हैं जो तरह-तरह के हथकंडे अपना कर अपने कारोबार को बढ़ाते हैं।इन कम्पनियों के पास कई तरह के कारोबार हैं। लेकिन इनके पास सिर्फ और सिर्फ एक कारोबार है जो मिट्टी के विभिन्न प्रकार के सामानों को बनाकर बाजार में बेचना। अगर हमलोग इन गरीबों के सामानों का उपयोग करते हैं तो ये समाज खुशहाल रहेगा और हम अपनी पुरानी परंपरा को जीवंत रखने में सफल हो सकेंगें।
इस कार्यक्रम में होरील पंडित,अशोक पंड़ित, विकास कुमार , राजा पंडित, राजेश पंडित, महेश पंडित, पिंकू पंडित, दिनेश लाल यादव, उमेश पंडित शामिल थे