चकाई.(श्याम सिंह तोमर) : चकाई थाना क्षेत्र के चकाई चौक से नक्सली बालदेव सोरेन का पुत्र व हार्डकोर नक्सली को चकाई पुलिस एवं सीआरपीएफ ने पकड़ने में सफलता प्राप्त की है. प्राप्त जानकारी के अनुसार गिरफ्तार युवक चकाई थाना क्षेत्र अंतर्गत मंझलाडीह गांव निवासी हार्डकोर नक्सली मनोज सोरेन पिता बलदेव सोरेन के रूप बताई जाती है. गुप्त सूचना के आधार पर बड़े हीं नाटकीय ढंग से चकाई सीआरपीएफ एवं पुलिस ने चकाई चौक से गिरफ्तार किया गया है. वहीं गिरफ्तार नक्सली मनोज सोरेन से जमुई पुलिस व सीआरपीएफ पदाधिकारियों ने गहन पूछताछ की जा रही है। जिसमें कुछ अहम सुराग पुलिस हाथ लगा है. पूछताछ में मिली जानकारी के बाद चकाई सीआरपीएफ एवं पुलिस द्वारा कई ठिकानों पर छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है. गिरफ्तार युवक काफी सक्रिय नक्सली सदस्य बताया जाता है.उस पर बिहार व झारखंड के कई थानो में कई मामले दर्ज है. इसके अलावा 15 अप्रैल को 2019 को भेलवाघाटी थाना क्षेत्र के भतुआकुरहा स्थित लमकी पहाड़ी के पास सीआरपीएफ व नक्सलियों के बीच हुए मुठभेड़ में मनोज नक्सलियों की ओर से अगुवाई कर रहा था। इस घटना में तीन नक्सली मारे गए थे। वही भेलवाघाटी कैम्प के सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया था. जिसे लेकर भेलावघाटी थाना में मामला दर्ज है. इस अभियान में चकाई सीआरपीएफ सहायक कमांडेंट राधेश्याम मीणा, चकाई इंस्पेक्टर राजीव कुमार तिवारी के साथ जवान शामिल थे. समाचार प्रेषण तक बिहार झारखंड बॉर्डर स्थित चकाई थाना क्षेत्र के मंझलाडीह गांव समेत आदि जंगली इलाकों में छापेमारी अभियान जारी है. “पिता की गिरफ्तारी के बाद सक्रिय हो गया मनोज” गिरफ्तार हार्डकोर नक्सली मनोज सोरेन अपने पिता बालदेव सोरेन की गिरफ्तारी के बाद काफी सक्रिय हो गया था. पिता का बदला लेने के लिये मारक दस्ता तैयार किया गया था जिसका नेतृत्व करता था. नक्सली नेता सिद्धू कोड़ा के बाद नक्सलियों में काफी विश्वासी सदस्य मनोज था. किसी बड़े घटना को योजना बना रहा था. हालांकि आधिकारिक पुष्टि नही हो पाई है.