जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन की बैठक

नालंदा
जनादेश न्यूज़ नालंदा
जिला पदाधिकारी योगेंद्र सिंह की अध्यक्षता में आज हरदेव भवन सभागार में बाढ़ आपदा के बाद किए जाने वाले कार्यों को लेकर बैठक आहूत की गई।
सभी अंचल अधिकारियों से एक-एक कर उनके अंचल में क्षतिग्रस्त सड़कों, तटबंधों एवं बांधों की अद्यतन स्थिति के बारे में जानकारी ली गई।
बाढ़ का पानी निकलने के बाद तेजी से सड़कों की मरम्मती की गई है। कुछ जगहों को छोड़कर शेष सड़कों को मोटरेबल बनाया गया है। जिला पदाधिकारी ने बचे हुए सड़कों को अविलंब सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए मोटरेबल करने का निर्देश संबंधित विभाग के कार्यपालक अभियंता को दिया। बिंद प्रखंड में ग्रामीण कार्य विभाग की सड़कों को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए मोटरेबल करने का निर्देश दिया गया।
सभी क्षतिग्रस्त सड़क, बांध एवं तटबंध के स्थाई मरम्मत एवं सुदृढ़ीकरण के लिए विभागीय स्तर से त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश कार्यपालक अभियंता ग्रामीण कार्य विभाग/ पथ प्रमंडल एवं बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल को दिया गया।
जिला पदाधिकारी ने सड़क निर्माण के सभी कार्यकारी विभागों के अभियंताओं को इस बार के हाई फ्लड लेवल को भविष्य की सड़क निर्माण की योजनाओं के लिए संज्ञान में रखने को कहा। इस वर्ष के अनुभव के आधार पर भविष्य की सड़क निर्माण की योजनाओं के लिए सड़कों की ऊंचाई तथा पुल पुलिया का प्रावधान सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
जो जमींदारी बांध या अलंग क्षतिग्रस्त हुए हैं, उनकी मरम्मती मनरेगा के तहत कराने का निर्देश दिया गया।
सभी अंचल अधिकारियों को गृह क्षति का आकलन स्थल सत्यापन कर सुनिश्चित करने को कहा गया। फसल क्षति(सब्जी की क्षति सहित) का सत्यापन वास्तविक स्थिति के आधार पर संयुक्त रूप से प्रखंड कृषि पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी को सुनिश्चित कर अविलंब निर्धारित प्रपत्र में प्रतिवेदन समर्पित करने को कहा गया।
बैठक में उपस्थित एसीएमओ द्वारा बताया गया कि जल निकासी के बाद जिला के 218 गांव में ब्लीचिंग पाउडर एवं चूना का छिड़काव कराया गया है। नगर निगम द्वारा भी सभी वार्डों में ब्लीचिंग पाउडर एवं चूने का छिड़काव कराया गया है। जिला पदाधिकारी ने सभी प्रभावित क्षेत्रों में पुनः ब्लीचिंग पाउडर एवं चूने का छिड़काव कराने का निर्देश दिया।
डेंगू की बीमारी को लेकर स्वास्थ्य विभाग को विशेष रुप से सजग एवं सतर्क रहने का निर्देश दिया गया।
बैठक में अपर समाहर्ता, उप विकास आयुक्त, नगर आयुक्त, विभिन्न कार्यकारी विभागों के कार्यपालक अभियंता, जिला कृषि पदाधिकारी, सभी अंचलाधिकारी, प्रखंड कृषि पदाधिकारी आदि उपस्थित थे।