बिहार शरीफ के धनेश्वर घाट स्थित केंद्रीय पुस्तकालय का जीर्णोद्धार स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत किया जाएगा। इस परियोजना के तहत पुराने भवन का जीर्णोद्धार किया जाएगा तथा इसे एक आधुनिक ई लाइब्रेरी के रूप में विकसित किया जाएगा। यह निर्णय 5 सितम्बर को जिला पदाधिकारी योगेंद्र सिंह की अध्यक्षता में आहूत केंद्रीय पुस्तकालय के प्रबंधकारिणी समिति की बैठक में लिया गया था । इस लाइब्रेरी का जीर्णोद्धार बिहारशरीफ स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत किया जा रहा है। इस दिशा में स्मार्ट सिटी के कंसलटेंट द्वारा अबतक की गई कार्रवाई की समीक्षा के लिए आज जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में पुस्तकालय के प्रबंध कारिणी समिति की बैठक आहूत की गई। इस पुस्तकालय में जी प्लस फोर की अवधारणा पर एक आधुनिक नए भवन का निर्माण किया जाएगा। दिसंबर के प्रथम सप्ताह में स्मार्ट सिटी के कंसलटेंट द्वारा नए भवन के निर्माण के लिए 3D डिजाइन के साथ प्रेजेंटेशन प्रबंध कारिणी समिति के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। नए भवन के डिजाइन को लेकर जिला पदाधिकारी एवं अन्य सदस्यों द्वारा कंसलटेंट को आवश्यक सुझाव भी दिया गया। नए भवन में लड़कों एवं लड़कियों के लिए अलग अलग रीडिंग रूम की व्यवस्था का प्रावधान किया जायेगा। रीडिंग रूम को पुस्तकों के स्टोर रूम से अलग रखा जाएगा। प्रवेश द्वार पर पाठकों का सामान सुरक्षित जमा करने के लिए लॉकर रूम की भी व्यवस्था की जाएगी। भवन के निर्माण में नमी (moisture) को नियन्त्रित रखने के लिए विशेष रुप से ध्यान रखा जायगा। दिव्यांग पाठकों के लिए रैम्प की व्यवस्था की जायगी।दृष्टि बाधित पाठकों के लिए विशेष रुप से कंप्यूटर आधारित व्यवस्था की जायगी। पुस्तकों के रखरखाव की व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए अलग से निविदा निकाली जाएगी तथा विशेषज्ञों की सेवा ली जाएगी। संपूर्ण प्रोजेक्ट की सतत निगरानी के लिए नगर आयुक्त की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय निगरानी समिति गठित करने का निर्णय लिया गया। इस समिति में कार्यपालक अभियंता भवन प्रमंडल, जिला शिक्षा पदाधिकारी सहित अन्य सदस्य शामिल होंगे। सबसे पहले इस पुस्तकालय में उपलब्ध पुस्तकों की कंप्यूटराइज्ड कैटालॉगिंग कराया जायगा।पुस्तकों पर यूनिक बार कोड का स्टीकर लगाया जाएगा ताकि पुस्तक खोजने में सहूलियत हो सके। पुस्तकालय के लिए अलग से एक वेबसाइट भी बनाया जाएगा। इस पुस्तकालय को सेंट्रलाइज्ड लाइब्रेरी सिस्टम की सदस्यता के लिए भी कार्रवाई की जाएगी। पुस्तकालय की किताबों को लंबे समय तक संरक्षित रखने के लिए इसे सॉफ्ट कॉपी में संधारित रखने के लिए भी कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए पर्याप्त संख्या में कंप्यूटर लगाया जायेगा। पुस्तकालय को ई- लाइब्रेरी के रूप में विकसित किया जायेगा। जिसमें ऑनलाइन बुक ट्रैकिंग सिस्टम के साथ-साथ ऑनलाइन सदस्यता प्रणाली भी विकसित की जाएगी। पुस्तकालय में सीसीटीवी कैमरा भी पर्याप्त संख्या में लगाया जायेगा। बैठक में विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में नगर आयुक्त, जिला शिक्षा पदाधिकारी,पुस्तकालय अध्यक्ष, राजेश कुमार, गिरीश नंदन प्रसाद, अशोक कुमार सिंह, आमोद कुमार पाठक, संजय महाराज,जिला स्कूल राणा बीघा की प्राचार्या सरिता कुमारी रोहित कुमार आदि सदस्य सहित अनेक छात्र गण उपस्थित थे।