जिलाधिकारी श्री शशांक शुभंकर ने आज जिला में विभिन्न महत्वपूर्ण सड़क परियोजनाओं के लिए किए जा रहे भू-अर्जन कार्यों की समीक्षा बैठक की।
बैठक में मुख्य रूप से एकंगर सराय बाईपास,हिलसा पूर्वी बाईपास, नूरसराय बाईपास, तेलमर-नरसंडा-सालेपुर पथ, इसलामपुर बाईपास,एन एच-21(बख्तियारपुर-रजौली उच्च पथ), आमस-दरभंगा राष्ट्रीय पथ एवं नूरसराय- सिलाव पथ परियोजना के भू-अर्जन कार्यों की मौजावार समीक्षा की।
हिलसा पूर्वी बाईपास में मई, हिलसा, इंदौत, कामता, मोमिनपुर एवं मियांबिगहा मौजे की कुल 47.2445 एकड़ भूमि अर्जित की जा रही है। इसमें से लगभग 22 एकड़ भूमि का मुआवजा भुगतान संबंधित एवार्डी को किया जा चुका है। कुल 467 एवार्डी में से 257 एवार्डी को मुआवजे का भुगतान हो चुका है। जिलाधिकारी ने शेष एवार्डी के एलपीसी निर्गत करने तथा मुआवजे का भुगतान में तेजी लाने का निर्देश दिया।
नूरसराय बाईपास पथ के लिए नोनौरा, चकचंडासी एवं अँधना मौजे में 18.69 एकड़ भूमि अर्जित की जा रही है। इसमें से लगभग 7 एकड़ भूमि का मुआवजा संबंधित रैयत को दिया जा चुका है। कुल 144 अवॉर्डी में से 55 अवॉर्डी को मुआवजे का भुगतान किया जा चुका है। जिलाधिकारी ने शेष सभी अवार्डी के एलपीसी निर्गत करने तथा मुआवजे का भुगतान में तेजी लाने का निर्देश दिया।
तेलमर-नरसंडा-सालेपुर पथ परियोजना के तहत कुल 11 मोजे के लगभग 114 एकड़ भूमि का अर्जन किया जाना है। इस परियोजना के लिए भू-अर्जन की प्रक्रिया के तहत समाचार पत्रों के माध्यम से अधिघोषणा का प्रकाशन किया गया है।दावा/आपत्ति प्राप्त किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने आगे की प्रक्रिया को तेजी से पूरा कराने का निर्देश जिला भू-अर्जन पदाधिकारी को दिया।
इस्लामपुर बाईपास के निर्माण के लिए बररडीह, इस्लामपुर, धमौली एवं इचहोस मौजे के लगभग 47 एकड़ भूमि का अर्जन किया जा रहा है। जिसमें से लगभग 9 एकड़ भूमि का मुआवजा संबंधित रैयतों को भुगतान किया गया है। कुल 415 अवॉर्डी में से 70 अवॉर्डी को भुगतान किया जा चुका है। जिलाधिकारी ने शेष अवॉर्डी के एलपीसी निर्गत करने तथा भुगतान को तेजी से पूरा करने का निर्देश दिया।
इसी प्रकार नूरसराय-सिलाव पथ वाया-बेगमपुर के निर्माण के लिए कुल 16 मौजा की लगभग 119 एकड़ भूमि का अर्जन किया जा रहा है। जिसमें से लगभग 47 एकड़ भूमि का मुआवजा संबंधित रैयत को भुगतान किया जा चुका है।कुल 1168 अवॉर्डी में से 581अवॉर्डी को मुआवजे का भुगतान किया गया है।कुछ मौजे में नक्शा से संबंधित तकनीकी समस्या को लेकर विलंब हुआ है, जिसका तेजी से निवारण करने का निर्देश दिया गया।
एकंगर सराय बाईपास के लिए रक्शा, धावा, दनियावां-पैंदापुर एवं महाराजगंज मौजे के लगभग 28 एकड़ जमीन का भू-अर्जन किया गया है। इसमें से लगभग 27 एकड़ रकबा के भू-धारियों को मुआवजे का भुगतान किया जा चुका है। 224 अवॉर्डी में से 220 अवॉर्डी को भुगतान किया जा चुका है। शेष 4 अवॉर्डी को अविलंब मुआवजे का भुगतान सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया। इस बाईपास का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। कार्यपालक अभियंता द्वारा बताया गया कि 15 जून तक निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
राष्ट्रीय राजमार्ग-31 (रजौली बख्तियारपुर) खंड के फोरलेन निर्माण हेतु जिला के हरनौत, चंडी, रहुई, बिहार शरीफ एवं गिरियक अंचल के 27 मोजे में भू-अर्जन का कार्य किया जा रहा है। कुल 1461 अवॉर्डी में से 355 अवार्डी को मुआवजे का भुगतान किया जा चुका है। इस परियोजना के तहत भू-अर्जन के कार्यों में तेजी लाने के लिए अपर समाहर्ता को वरीय पदाधिकारी के रूप में नामित किया गया है। जिलाधिकारी ने अपर समाहर्ता को भुगतान की प्रक्रिया में तेजी लाने का निर्देश दिया।
भारतमाला परियोजना एन एच-119- डी (आमस-रामनगर) पथ निर्माण अंतर्गत नालंदा जिला के वेरथु, अब्बूपुर, सलेमपुर एवं कंधौली मौजे के लगभग 14 हेक्टेयर भूमि का अर्जन किया जा रहा है। 282 अवॉर्डी में से 175 अवॉर्डी को मुआवजे का भुगतान किया जा चुका है। शेष अवॉर्डी को तेजी से भुगतान सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट रूप से कहा कि इन सभी महत्वपूर्ण सड़क परियोजनाओं के लिए भू-अर्जन की प्रक्रिया को उच्च प्राथमिकता के साथ तेजी से पूरा करें। इसके लिए एलपीसी निर्गत करने तथा मुआवजा भुगतान के लिए सभी जगहों पर विशेष शिविर का आयोजन कर कार्रवाई सुनिश्चित करें।
बैठक में जिला भू-अर्जन पदाधिकारी, सभी भूमि सुधार उप समाहर्ता, संबंधित कार्यकारी विभागों के कार्यपालक अभियंता एवं संबंधित अंचलों के अंचलाधिकारी आदि उपस्थित थे।