गिद्धौर (अजित कुमार यादव):सरकार बेहतर स्वास्थ सेवा दिलाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है, कई योजनाएं ग्रामीण क्षेत्रों में चलाई जा रही है गांव में उप स्वास्थ केंद्रों की स्थापना इस मकसद से कराई गई थी कि लोगों को प्राथमिक उपचार वहां पर मिले लेकिन ग्रामीण इलाके में कई ऐसे उप स्वास्थ केंद्र है,जो सरकारी सिस्टम की लापरवाही की वजह से अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहे हैं। इसका ताजा उदाहरण गिद्धौर प्रखंड के कोल्हुआ पंचायत के कुमरडीह गांव के उपस्वास्थ्य केंद्र में देखा जा सकता है जहां उपस्वास्थ्य केंद्र खुद बीमार पड़ा है। इस उपस्वास्थ्य केंद्र में अव्यवस्थाओं का अंबार है। नियमित इस उप स्वास्थ केंद्र पर स्वास्थ कर्मी नहीं बैठते हैं, जिस वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है, सच तो यह है कि उप स्वास्थ्य केंद्र बीमार है और सेवाएं यहां का बदहाल है। उपस्वास्थ्य केंद्र का संचालन ठप रहने से कई असामाजिक तत्व शाम ढलते ही अपना जमावड़ा लगाना शुरू कर देते हैं। और यहां जुआरीयो, शराबियों का अड्डा बना हुआ है। लोगो को इलाज कराने में भारी काठिनाई का सामना करना पडता है। मजबूरन पूरे पंचायत के लोग को 4 किलोमीटर की दूरी तय कर गिद्धौर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जाना पड़ता है। बदहाल हो चुके इस उपस्वास्थ्य केन्द्र पर ध्यानाकर्षण के लिए यहां के ग्रामीणों द्वारा विभागीय अधिकारी को भी सूचित किया गया। लेकिन आज तक विभाग द्वारा सकारत्मक पहल देखने को नही मिल रहा। अपने बदहाली के कारण ये उपस्वास्थ केन्द्र अब बीमार पड़ा हुआ है।